अक्सर बच्चों का पढ़ने में मन नहीं लगता क्योंकि उनके अंदर एकाग्रता की कमी होती है. कुछ बच्चे ऐसे होते हैं जो थोड़ी देर ही एकाग्र होकर पढ़ते हैं और उन्हें सबकुछ याद हो जाता है.
जिस तरह भाग्यांक का बहुत महत्व होता है उसी तरह मूलांक का भी बहुत महत्व होता है. दोनों काफी महत्वपूर्ण माने जाते हैं. मूलांक आपकी जन्मतिथि का जोड़ होता है. जिन लोगों का भाग्यांक और मूलांक दोस्त होते हैं उनकी किस्मत कम संघर्ष से बेहतर हो जाती है या फिर उन्हें किसी का सहयोग मिल जाता है.
अगर कुछ साल पीछे जाकर गौर करें तो संजीवनी काफी महत्वपूर्ण मानी गई है. ऐसा माना जाता है कि संजीवनी का इस्तेमाल करके ही भगवान लक्ष्मण फिर से जीवित हो गए थे. इतिहास में इस बात का उल्लेख है कि संजीवनी से मृत को जीवित किया जा सकता है.
अक्सर लोग अपने घरों में पूजा कराते रहते हैं. पूजा के लिए कई चीजों का भी इस्तेमाल किया जाता है. उसी के आधार पर ही रोजाना पूजा होती है लेकिन क्या आपको पूजा करने के लिए भी सही सामग्रियों का चयन करना जरूरी है क्योंकि पूजा में प्रयोग की जाने वाली वस्तुओं का वैज्ञानिक आधार होता है.
आजकल हर घर में कोई न कोई परेशानी देखने को मिलती है. कुछ लोगों के भाग्य में अचानक धन डूबने के योग आ जाते हैं. बिना किसी वजह से आपके रुपए सार खर्च होने लगते हैं.
आपका भाग्यांक आपके भविष्य के बारे में काफी कुछ कहता है. आपके जीवन में कब क्या परेशानी आएगी और उससे कैसे पार पाया यह सब कुछ आपका भाग्यांक बताता है आपके बारे में.
भारतीय संस्कृति में रुद्राक्ष का बहुत बड़ा महत्व है.अनेक रोगों और परेशानियों को दूर करने के लिए रुद्राक्ष पहनाए जाते हैं. यह वाकई बहुत फायदमंद होता है लेकिन बहुत लोग बिना इसके बारे में जाने पहन लेते हैं. विज्ञान भी भी रुद्राक्ष की महत्व सही मानती है.
अक्सर ऐसा कहा जाता है कि घर का माहौल जैसा होगा आपका बच्चा वैसा ही सीखेगा क्योंकि बच्चे कच्ची मिट्टी की तरह से होते हैं उनके सामने आप जो कुछ भी करेंगे वो भी वैसा ही करने लगेंगे. आपका व्यक्तित्व अच्छा होगा तो उसका असर बच्चे पर भी होगा.
हमारे देश में आज भी सूर्य ग्रहण को लेकर लोगों में काफी भय है. ग्रहण पर लोग कई सावधानियां बरतते हैं, जो सही भी माना गया है क्योंकि ग्रहण का हमारे जीवन पर बहुत फर्क पड़ता
महाशिवरात्रि हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है. इस पर्व पर महादेव सुख और शांति प्रदान करते हैं. आज के दिन सभी लोग भगवान शिव के लिए व्रत रखते हैं. यह व्रत करने से कन्या को वर और वर को कन्या की प्राप्ति होती है. शिवरात्रि के दिन महादेव की पूजा पूरे विधि विधान से जरूर करें जिससे भगवान शिव प्रसन्न होते है.