गुरु मंत्र शो में सास-बहू के रिश्तों से जुड़े कई विषयों पर चर्चा की जाएगी. जैसे सास-बहू में क्यों होती है कलह, सास बहू में प्यार बढ़ाने वाले उपाय, सास-बहू के रिश्ते में दरार डालने वाले ग्रह जानेंगे और शादी से पहले ससुराल में प्यार बढ़ाने वाला उपाय.
कुरुक्षेत्र युद्ध कौरवों और पाण्डवों के मध्य कुरु साम्राज्य के सिंहासन की प्राप्ति के लिए लड़ा गया था. महाभारत के अनुसार इस युद्ध में भारत के सभी जनपदों ने भाग लिया था. इतिहास में महाभारत को लेकर कई कथाए प्रचलित हैं.
राहू-केतु को लेकर सबके मन बहुत डर होता है. सबको लगता है कि इस इसकी दशा से अब सब बर्बाद हो जाएगा. आपको पता है आखिर राहू-केतु है क्या. इसे जानना आपके लिए बहुत जरूरी है क्योंकि इससे आपको बहुत परेशानी होती है.
शनि सूर्य से छठां ग्रह है और बृहस्पति के बाद सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है. शनिदेव को सूर्य पुत्र और कर्मफल दाता माना जाता है लेकिन साथ ही पितृ शत्रु भी शनि ग्रह के सम्बन्ध मे अनेक भ्रान्तियां हैं. इसलिये उसे मारक, अशुभ और दुख कारक माना जाता है.
भारतीय ज्योतिष में शुक्र की नवग्रह में भी गिनती होती है. यह सप्तवारों में शुक्रवार का स्वामी होता है. शुक्र का अर्थ है श्वेत या उजला होता है.शुक्र आपको जीवन को प्रभावित करने में अहम भूमिका निभाता है.
अच्छा खाना उतना ही जरूरी है जितना हवा और पानी. अच्छे खाने से स्वास्थ्य तो सही रहता ही है मन भी खुश रहता है. भोजन करने का तरीका हमारे स्वास्थ्य पर काफी प्रभाव डालता है. अगर आप सही तरीके से भोजन करते हैं तो आपकी सेहत सही रहेगी, लेकिन गलत तरीका आपकी सेहत बिगाड़ सकता है.
एक मुद्रा हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म में एक प्रतीकात्मक या आनुष्ठानिक भाव या भाव-भंगिमा है. जबकि कुछ मुद्राओं में पूरा शरीर शामिल रहता है, लेकिन ज्यादातर मुद्राएं हाथों और उंगलियों से की जाती हैं.
पुराण, हिंदुओं के धर्मसंबंधी ग्रंथ हैं जिनमें सृष्टि, लय, प्राचीन ऋषियों- मुनियों और राजाओं के वृत्तांत आदि हैं. ये वैदिक काल के काफी बाद के ग्रन्थ हैं. पुराण का अर्थ प्राचीन आख्यान है. सभी पुराणों के छंद और श्लोंको की संख्या अलग है. वेद व्यास ने पुराणों के 18 खंडों में बांटा था.
पेड़-पौधों या वनस्पति का अर्थ है, किसी क्षेत्र का वनस्पति जीवन या भूमि पर मौजूद पेड़-पौधे और इसका संबंध किसी विशिष्ट जाति, जीवन के रूप, रचना, स्थानिक प्रसार, या अन्य वानस्पतिक या भौगोलिक गुणों से नहीं है. पेड़-पौधे बायोस्फीयर के महत्वपूर्ण कार्यों में हर संभव स्थानिक पैमानों पर सहायक होते हैं.
तिलक सब लोग लगाते हैं, कभी न कभी तो सब लोगों ने तिलक लगाया ही होगा, लेकिन आप में से बहुत ही कम लोग यह जानते होंगे कि तिलक का बहुत बड़ा इतिहास है. तिलक कुछ लोगों की पहचान होता है.