संस्कारों की बात करें तो इसका संबंध पूर्व जन्म से भी है. इन संस्कारों के पालन से आपका और आपके संतान का भाग्य संवर सकता है. गौतम स्मृति में 40 प्रकार के संस्कारों का उल्लेख मिलता है, वहीं व्यास स्मृति और हिन्दू धर्म शास्त्रों में मुख्य रूप से 16 संस्कारों का वर्णन किया गया है.
हर एक दंपत्ति की ख्वाहीश होती है कि उसका संतान विलक्षण हो, भाग्यवान हो, हिस्ट-पुस्ट हो, ओजस्वी हो. हालांकि आमतौर पर ऐसा होता नहीं है. इसके लिए एक मां को गर्भधान संस्कार का बखूबी पालन करना पड़ता है.
गुरु और शिष्य के बारे में आप अच्छी तरह जानते हैं, लेकिन यह आप शायद ही जानते होंगे कि गुरु का कर्तव्य क्या होता है और शिष्य का कर्तव्य होता है. एक गुरु की कृपा से कैसे आपकी किस्मत बदल सकती है.
योगनिद्रा का अर्थ है आध्यात्मिक नींद. यह वह नींद है, जिसमें जागते हुए सोना है. सोने व जागने के बीच की स्थिति है योग निद्रा. इसे स्वप्न और जागरण के बीच ही स्थिति मान सकते हैं.
भगवान ने सृष्टि की रचना करते समय कई पेड़-पौधों, वनस्पतियों को भी हमारे साथ-साथ बनाया जो हमारे आसपास ही मौजूद हैं, लेकिन उचित जानकारी नहीं होने की वजह से हमें पता ही नहीं चलता कि किस वनस्पति का हमारे जीवन में क्या इस्तेमाल और उसके क्या फायदे हैं.
आज पूरा देश नागों का त्योहार नागपंचमी मना रहा है. आज के दिन हर कोई किसी न किसी तरीके से नागों को प्रसन्न करने की कोशिश करता रहता है. आज के दिन नागों की पूजा की जाती है, उन्हें खुश करने के लिए कई उपाय किए जाते हैं.
हर घर की तिजोरी सबसे खास होती है. हर कोई चाहता है कि घर में तिजोरी हमेशा पैसो से भरी रहे, लेकिन कई बार बहुत सी कोशिशें करने के बाद भी हमारी तिजोरी खाली रह जाती है. बहुत मेहनत करने के बाद भी हम उतना कुछ नहीं हासिल नहीं कर पाते जितना हम चाहते हैं.
इंसान लाख कोशिशें करता है खुश रहने की. कोशिश करता है कि उसकी सारी परेशानियां दूर हो जाएं, लेकिन कई बार बहुत कोशिशें करने के बाद भी परेशानियां कम नहीं होती हैं. अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो हो सकता है कि राहु-केतु आपकी परेशानियों का कारण हों.
हर किसी इंसान की जिंदगी में संघर्ष होता है. हर इंसान को अपने करियर अपनी जिंदगी में कुछ न कुछ पाने के लिए कहीं न कहीं, किसी न किसी रूप में संघर्ष करना पड़ता है. कई लोग संघर्ष करने के बाद ही लीडर बन जाते हैं.
इंसान के मन में बहुत सारी बातें एक साथ घूमती रहती हैं. इंसान हमेशा एक जैसा नहीं सोचता. कभी-कभी नकारात्मक विचार भी उसके मन में आते रहते हैं, जिसकी वजह से उसके बने हुए काम भी बिगड़ जाते हैं.