भगवान ने सृष्टि की रचना करते समय कई पेड़-पौधों, वनस्पतियों को भी हमारे साथ-साथ बनाया जो हमारे आसपास ही मौजूद हैं, लेकिन उचित जानकारी नहीं होने की वजह से हमें पता ही नहीं चलता कि किस वनस्पति का हमारे जीवन में क्या इस्तेमाल और उसके क्या फायदे हैं.
आज पूरा देश नागों का त्योहार नागपंचमी मना रहा है. आज के दिन हर कोई किसी न किसी तरीके से नागों को प्रसन्न करने की कोशिश करता रहता है. आज के दिन नागों की पूजा की जाती है, उन्हें खुश करने के लिए कई उपाय किए जाते हैं.
हर घर की तिजोरी सबसे खास होती है. हर कोई चाहता है कि घर में तिजोरी हमेशा पैसो से भरी रहे, लेकिन कई बार बहुत सी कोशिशें करने के बाद भी हमारी तिजोरी खाली रह जाती है. बहुत मेहनत करने के बाद भी हम उतना कुछ नहीं हासिल नहीं कर पाते जितना हम चाहते हैं.
इंसान लाख कोशिशें करता है खुश रहने की. कोशिश करता है कि उसकी सारी परेशानियां दूर हो जाएं, लेकिन कई बार बहुत कोशिशें करने के बाद भी परेशानियां कम नहीं होती हैं. अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो हो सकता है कि राहु-केतु आपकी परेशानियों का कारण हों.
हर किसी इंसान की जिंदगी में संघर्ष होता है. हर इंसान को अपने करियर अपनी जिंदगी में कुछ न कुछ पाने के लिए कहीं न कहीं, किसी न किसी रूप में संघर्ष करना पड़ता है. कई लोग संघर्ष करने के बाद ही लीडर बन जाते हैं.
इंसान के मन में बहुत सारी बातें एक साथ घूमती रहती हैं. इंसान हमेशा एक जैसा नहीं सोचता. कभी-कभी नकारात्मक विचार भी उसके मन में आते रहते हैं, जिसकी वजह से उसके बने हुए काम भी बिगड़ जाते हैं.
सावन के पावन महीने भगवान शिव की अराधना करने से घर की परेशानियां दूर होती हैं. इस मौके पर भगवान शिव को जल चढ़ाया जाता है और उन्हें मनाया जाता है. इस मौके पर आध्यात्मिक गुरु पवन सिन्हा ने भगवान शिव से जुड़ी कई अहम बातें बताई.
हम सब लोग अधिकतर किसी न किसी मंत्र का जप तो करते ही हैं. मंत्र भले ही ईश्वर नहीं है, लेकिन ईश्वर से मिलाने का एक सशक्त माध्यम तो है ही.
आज भी ज्योतिष कई लोगों के लिए रहस्य है, क्योंकि इंसान की आदत ही है कि वह आज से ज्यादा कल की फिक्र करता है. वह हमेशा अपने भविष्य को लेकर चिंतित रहता है.
दिल्ली के अरावली पर्वत श्रृंखला के सूर्यकूट पर्वत पर मां कालका देवी का सिद्धपीठ है. इस सिद्धपीठ के बारे में मान्यता है कि पांडवों ने महाभारत में विजय प्राप्त करने के लिए यहां अनुष्ठान किया था.