आज जन्माष्टमी है. पूरे देश में भगवान श्री कृष्ण के जन्म का ये दिन पूरे देश में हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है. चारों ओर माखन चोर की धूम है. जन्माष्टमी के इस विशेष अवसर पर आज जानिए भगवान श्री कृष्ण को.
नई दिल्ली. आज के प्रोग्राम में मिलेगा कलयुग में भगवान श्री कृष्ण पर उठने वाले हर सवाल का जवाब. साथ ही करेंगे महाभारत की घटनाओं का वैज्ञानिक विश्लेषण. दिखाएंगे कृष्ण की लीलाओं का सच. आपके कल्याण के लिए बताएंगे बांके बिहारी के चार महामंत्र. इनख़बर से जुड़ें | एंड्रॉएड ऐप्प | फेसबुक | ट्विटर नास्तिक और भक्त के […]
नई दिल्ली. हनुमान जी के बारे में जाने कई अनछुए प्रसंग. वाल्मिकी रामायण के उत्तर कांड में भगवान श्री राम ने स्वयं अगस्त मुनि से कहा कि बजरंग बली के पराक्रम से उन्होंने रावण पर विजय प्राप्त की है. इसलिए ही संकटमोचन के उन कार्यों को जानना जरुरी हो जाता है जो किसी और के बस […]
शास्त्रों में कई ऐसे महामानवों का वर्णन मिलता है जिन्हें अमर बताया गया है. शास्त्रों के अनुसार, हनुमान जी, विभीषण, कृपाचार्च, परशुराम, अश्र्वत्थामा, वेद व्यास, दैत्यराज बाली, ऋषि मार्केण्डय को अजर-अमर होने का वरदान प्राप्त है. कहा जाता है कि इन सभी महामानवों की कृपा से 100 वर्ष की आयु प्राप्त होती है.
भगवान कृष्ण को ज्यादातर लोग राधा जी के प्रेमी के रूप में जानते हैं, लेकिन कृष्ण को विराट रूप के बारे में कम ही लोग जानते हैं. कृष्ण की नियत हमेशा धर्म को स्थापित करने की रही है.
आज दिखाएंगे आपके कल्याण का विशेष कार्यक्रम. घर बैठे ही कराएंगे आपको अलौकिक मंदिरों के दर्शन. साथ ही बताएंगे क्या कहते हैं आज के सितारे. बताएंगे क्या आज आपके लिए खास. हर समस्या का मिलेगा समाधान.
आज राखी का त्योहार है. भाई बहन का त्योहार है तो जाहिर है पकवान भी बनेंगे घर में. आज जानिए त्योहार के दिन कैसा हो आपका भोजन? कैसे पहचानेंगे बाजार में मिलने वाला शुद्ध खोया?
इस बार रक्षाबंधन का त्योहार देश भर में 18 अगस्त को धूमधाम से मनाया जाएगा. बहन अपने भाई की कलाई पर प्यार से राखी बांधेगी, माथे पर चंदन लगाएगी और आरती उतारेगी, क्योंकि रक्षाबंधन भाई-बहनों के प्यार का प्रतीक है.
लिंग का अर्थ है प्रतीक. शिव के ज्योति रुप में प्रकट होने और सृष्टि के निर्माण का प्रतीक. ज्योतिर्लिंग स्वयंभू होते हैं जबकि शिवलिंग मानव द्वारा स्थापित है.
चाणक्य को सबसे बड़ा नीतिवान माना गया है. इनके द्वारा बताई गईं नीतियां शायद ही कभी फेल नहीं हो सकती है. चाणक्य की कूटनीति आज भी सफल है लेकिन इससे पहले यह जानना आवश्यक है कि चाणक्य हैं कौन.