आजकल जीवन साथी चुनना बहुत कठिन काम हो गया है. बहुत देखने समझने के बावजूद भी कई बार धोखा हो जाता है. जब तक बच्चों के लिए सही जीवन साथी नहीं मिल जाता तब तक माता-पिता की चिंता बनी रहती है.
आर्थराइटिस यानि की गठिया, बुजुर्गों में होने वाली बड़ी ही आम बीमारी है. पर आज के समय में अनियमित खान-पान और व्यायाम की कमी के चलते युवाओं में भी इस परेशानी के लक्षण दिख रहे हैं.
छठ लोक आस्था का पर्व है. इसमें प्रकृति और सूर्य की पूजा की जाती है. इस पर्व में उगते सूर्य के साथ- साथ डूबते सूर्य की भी आराधना की जाती है. ये पर्व अनेक वैज्ञानिक और आध्यात्मिक संदेशों को खुद में समेटे हुए है. इस पर्व को देश ही नहीं बल्कि विदेशों में अब धूमधाम से मनाया जाता है.
एक कहावत हम बचपन से सुनते आ रहे हैं. An Apple a Day keeps Tha Doctor away. सेब एक ऐसा फल है जो कई बीमारियों का निदान कर सकता है.
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में स्वस्थ रहना सबसे जरुरी है. पर हुआ इसका उल्टा है. इंसान मशीन बन गया और अपनी सेहत का उसकी प्राथमिकता में सबसे नीचे आती है.
भाई बहनों के प्यार का प्रतीक त्योहार भैया दूज आज है. आज ही के दिन चित्रगुप्त पूजा भी की जाती है. भैया दूज का पौराणिक महत्व तो है ही साथ ही इसका शास्त्रों में भी उल्लेख मिलता है.
दिवाली की धूम के बाद आज गोवर्धन पूजा मनाई जा रही है. गो- वर्धन मतलब गाय की रक्षा, ऐसा जिस पर्वत पर किया जाता था उसका ही नाम गोवर्धन पर्वत पड़ गया.
आज पूरे देश में दिवाली की धूम है. इस खास अवसर पर हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताएंगे जिससे आपकी किस्मत चमक सकती है और इस दिवाली से लेकर अगले साल की दिवाली तक आपके घर में सौभाग्य की वृद्धि होगी.
पाँच दिन का दीवाली उत्सव धनत्रयोदशी के दिन प्रारम्भ होता है और भाई दूज तक चलता है. दीवाली के दौरान अभ्यंग स्नान को चतुर्दशी, अमावस्या और प्रतिपदा के दिन करने की सलाह दी गई है.
पांच दिन के दीपावली पर्व की शुरुआत धन त्रयोदशी से होती है. धनतेरस मूलत: भगवान धन्वंतरि का पर्व है. उन्हें विष्णु रूप माना जाता है. इसलिए इस दिन उनकी पूजा और उन्हें धन्यवाद जरूर करें.