शनिवार का दिन शनिदेव का दिन माना जाता है और इस दिन शनि के साथ ही पीपल के पेड़ और हनुमान जी की पूजा करना भी शुभ माना जाता है. शनि को ग्रहों की पूजा में भी शामिल किया जाता है क्योंकि शनि ग्रह भी हैं.
सुख और दुख यह जीवन की दो अवस्थाएं बताई गई हैं. सभी लोगों के जीवन में सुख और दुख आते-जाते रहते हैं. कोई नहीं चाहता कि उनके जीवन में कभी दुख आए या गरीबी से कभी भी उनका सामना हो. गरीबी को कैसे दूर रखा जाए इस संबंध में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि- दरिद नाशन दान, शील दुर्गतिहिं नाशियत.
हथेली की रेखाएं देखकर आपके भविष्य और वर्तमान की जानकारी देने वाले लोग तो आपने बहुत देखे होंगे. कई बार यह भी सुना होगा कि हाथों की लकीरे इंसान का भविष्य तय करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाती हैं.
कुण्डली में गजकेसरी योग होने पर गज के समान शक्ति व धन दौलत प्राप्त होती है. सभी योगों की भॉति इस योग का भी सभी लोगों को अच्छा फल नहीं मिलता है. किसी जातक को गजकेसरी योग का बहुत प्रचुर मात्रा में फल मिलता है तो अन्य लोगों को सामान्य फल ही प्राप्त हो पाता है.
हमारी कुंडली में एक योग होता है सुपुत्र योग. जिसकी कुंडली में ये योग होता है उसकी संतान आज्ञाकारी होती है. इस योग की आजकल बहुत जरूरत है क्योंकि आज की संतान आसानी से कहना भी नहीं मानती, आज्ञा मानना तो दूर की बात है.
पौष मास को खर मास कहते हैं. इसे मलमास काला महीना भी कहा जाता है. इस महीने का आरंभ 16 दिसम्बर से होता है और मकर संक्रांति को खर मास की समाप्ति होती है. इस माह कोई भी गृहस्थ कर्म, धार्मिक अनुष्ठान और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं. इसलिए पत्नी को मायके भेज दिया जाता है.
अगर आपके पास बेहिसाब संपत्ति है और फिर भी आप संतुष्ट नहीं हैं तो इसके लिए आपको अपने हाथों की लकीरों के बारे में जानना बहुत जरूरी है. आपके हाथों की रेखाओं में बहुत से राज छिपे हुए हैं.
पुराण कम महत्वपूर्ण नहीं हैं, यद्यपि उसमें वर्णित अनेक कहानियां हमारी समझ में नहीं आती या फिर वह हमारी तर्क की कसौटी पर खरी नहीं उतरती, परन्तु इन पुराणों में अनेक तथ्य परक बातें हैं तथा पूजा पद्धतियों समाज और भूगोल का भी वर्णन होता है.
सर्दियों का मौसम आ चुका है. पूरे भारत को इस वक्त ठंड ने जकड़ लिया है. सर्दी के बारे में आप बहुत सी बातें नहीं जानते हैं.
हम सब जानते हैं कि सही समय पर लिया गया निर्णय हमारी किस्मत को बदल देता है. बहुत सारे लोग जो अपने जीवन पर बहुत बड़े बने दरअसल कहीं न कहीं उनके आधार में वह समय था जिस वक्त उन्होंने एक निर्णय लिया और फिर विजय हासिल की