आज पूरे देश में मकर संक्रांति की धूम है. लोग गंगा स्नान करके सूर्य अर्घ्य दे रहे हैं, लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर मकर संक्रांति पर सूर्य की पूजा का सबसे कारगर तरीका कौन सा है.
बोर्ड परीक्षा का समय आ गया है. अगले महीने से ही परीक्षाएं शुरू हो रही हैं. बच्चे परीक्षा की तैयारी में पूरी तरह से जुट गए हैं.
कई बार ऐसा होता है कि बच्चों पर कड़ी मेहनत करने के बाद भी बच्चे माता पिता के हाथ से निकल जाते हैं, कहना मानना छोड़ देते हैं.
कई बार ऐसा होता है कि आपसे कोई व्यक्ति पैसे उधार लेता तो है लेकिन वापस नहीं करता है. कई बार ऐसा होने पर आपके पैसे आपको वापस नहीं मिल पाते हैं और वह फंस जाते हैं.
कहा जाता है कि अगर आपका शरीर स्वस्थ है, अगर आप एक्टिव हैं तो आप सभी काम अच्छी तरह से कर सकते हैं.
कई बार कुछ जरूरी काम को अंजाम देने के लिए न चाहते हुए भी इंसान को कर्ज लेना पड़ जाता है और फिर वही कर्ज सबसे बड़ी मुसीबत का रूप ले लेता है.
यमराज या यम भारतीय पौराणिक कथाओं में मृत्यु के देवता को कहा गया है. विश्वकर्मा की पुत्री संज्ञा से भगवान सूर्य के पुत्र यमराज, श्राद्धदेव मनु और पुत्री यमुना हुईं. वेदों ने उनका वर्णन मरने वाले पहले व्यक्ति के रूप में किया है, जिन्होंने नश्वरता के मार्ग को प्राप्त किया, जिस पर तब से सभी लोग चलते आ रहे हैं.
ग्रहों का कुंडली से बड़ा ही गहरा नाता है. ग्रहों की चाल से ही किस्मत बदलती है. ग्रहों से ही पद और प्रतिष्ठा भी मिलती है. ग्रहों के मजबूत होने से ही सफलता की प्राप्ति होती है.
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में बेहद ही अनोखा मंदिर है राजारानी मंदिर. राजारानी मंदिर को लव टेंपल भी कहा जाता है.
सूर्य आपको केवल रोशनी ही नहीं देता बल्कि इससे आपको प्यार और पैसा भी मिलता है. आपके परिवार के लिए भी सूर्य बहुत ही चमत्कारी हो सकता है.