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गुरु पर्व: कुंडली में राजयोग के बाद भी श्रीराम क्यों गए वनवास ?

हिन्दू धर्मग्रंथों और पुराणों में यूं तो भगवान विष्णु के 24 अवतार बताए गए हैं, लेकिन दस अवतारों की चर्चा सबसे अधिक होती है. इन दस अवतारों में भी श्रीराम का अवतार सबसे अधिक व्यापक और पूजित माना जाता है. श्रीराम अयोध्या के राजा दशरथ के सबसे बड़े पुत्र थे.

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गुरु पर्व: कुंडली में राजयोग के बाद भी श्रीराम क्यों गए वनवास ?
  • April 5, 2017 6:19 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली: हिन्दू धर्मग्रंथों और पुराणों में यूं तो भगवान विष्णु के 24 अवतार बताए गए हैं, लेकिन दस अवतारों की चर्चा सबसे अधिक होती है. इन दस अवतारों में भी श्रीराम का अवतार सबसे अधिक व्यापक और पूजित माना जाता है. श्रीराम अयोध्या के राजा दशरथ के सबसे बड़े पुत्र थे. श्रीराम को लेकर कई कहानियां प्रसिद्ध हैं. कहा जाता है कि 25 वर्ष की उम्र में वनवास चले गए थे. भगवान राम का वनवास 14 वर्ष का था. लेकिन आपको पता है कि श्रीराम की कुंडली में राजयोग था. तो फिर  श्रीराम को क्यों जाना पड़ा वनवास.
 
इसके अलावा  जानिए भगवान राम कैसे बनें मर्यादा पुरषोत्तम, अयोध्या के किस महल में बीता राम का बचपन,  राम के होने का प्रमाणिक रहस्य क्या है, पहली बार जानिए कैसी थी राम की कुंडली, दशरथ जी के महल में कहां बैठती थी तीन रानियां और राम के नाम से दुखों से मुक्ति का तरीका बता रहे हैं श्री आध्यात्मिक गुरू पवन सिन्हा इंडिया न्यूज के खास कार्यक्रम गुरु पर्व में.

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