नई दिल्ली: बहुत सारे लोग पूछते हैं कि घर में मंदिर किस दिशा में रखना चाहिए, मंदिर में कैसे पूजा करनी चाहिए या बाहर के मंदिर में क्या करना चाहिए लेकिन क्या आप जानते मंदिर का अर्थ क्या है, मंदिर कहां से आए, आखिर घर और बाहर के मंदिर में कोई विशेष फर्क है.
वैदिक काल में मंदिरों का प्रचलन नहीं था.गुप्त काल के बाद से मंदिर ज्यादा लोकप्रिय हुआ. पहले लकड़ी के मंदिर बनते हैं. पहले के मंदिर संस्कृति व राजनीति का केंद्र हुआ करते थे. लेकिन आजकल लोग सिर्फ अपने दुख में मंदिर जाते हैं.
मंदिरो की आवश्यकता क्यों है, मंदिरों का निर्माण कैसे होता है, मंदिर में आरती के दौरान आंसू क्यों निकल जाते हैं, घर में मंदिर क्यों नहीं बनवाने चाहिए. आपके इन सभी सवालों के जवाब दे रहे हैं आध्यात्मिक गुरू पवन सिन्हा इंडिया न्यूज के खास शो गुरु पर्व में.