नई दिल्ली : बुढ़ापा या वृद्धावस्था मनुष्य के जीवन की परिपूर्णता का एक चरण है. जवानी और बुढ़ापे में यही अंतर है कि बाल्यकाल और जवानी में इंसान के अंदर ऊर्जा की समृद्ध होती रहती है जबकि वृद्धावस्था में ऊर्जा कम होती जाती है.
बुढ़ापा आने के साथ ही आपको कई परेशानियां होने लगती हैं जैसे- जोड़ों में दर्द, अपच की शिकायत, काम करने में असमर्थता, दांत कमजोर होना, जल्दी थक जाना आदि, लेकिन कुछ उपायों और ग्रहों की चाल से आपका बुढ़ापे में भी चार चांद लग सकता है.
क्या आपकी कुंडली में संतान सुख है, बुढ़ापे में कैसे मिलेगी मां लक्ष्मी की कृपा, बुढ़ापे में याद्दाश्त क्यों कमजोर होती है, बुढ़ापा कैसे बनेगा सौभाग्यशाली, सूर्य और शुक्र का बुढ़ापे पर प्रभाव और बुढ़ापे को सुखी बनाने के अचूक उपाय ऐसे सवालों के जवाब के लिए देखिए खास शो ‘गरु पर्व’.