नई दिल्ली : हमारी कुंडली में एक योग होता है सुपुत्र योग. जिसकी कुंडली में ये योग होता है उसकी संतान आज्ञाकारी होती है. इस योग की आजकल बहुत जरूरत है क्योंकि आज की संतान आसानी से कहना भी नहीं मानती, आज्ञा मानना तो दूर की बात है.
जिसकी कुंडली में प्रथम भाव तथा पांचवे भाव का योग बनता है उसकी संतान उसके कहने में चलती है. जिसके हाथों में बृहस्पति का पर्वत संतुलित और सही स्थान पर होता है उसकी संतान उसका कहना मानती है.
यदि ऐसे व्यक्ति को राहू, शनि या मंगल परेशान न करें, तो फिर तो वो जैसा कहेगा, संतान वैसा करेगी. ऐसे व्यक्ति यदि देखे कि उनकी संतान उनकी बात नहीं मान रही तो बस जरा सा रूठ जाए, बच्चे मम्मी-मम्मी या पापा-पापा कहते हुए पीछे घूमने लगते हैं.
अगर आपके बच्चे भी आपका कहना नहीं मान रहे हैं तो इसके उपाय आपको बताएंगे आध्यात्मिक गुरु पवन सिन्हा इंडिया न्यूज़ के खास कार्यक्रम गुरु पर्व में.