नई दिल्ली: रामायण की जब भी बात आती है तो भगवान राम-सीता का जिक्र होना लाजमी है. इसके साथ ही भगवान राम और मां सीता का विवाह भी अपने आप में खास महत्व रखता है. ऐसा माना जाता है कि सीता ने राम को स्वयंवर में चुना था. लेकिन असल में सीता का स्वयंवर ही नहीं हुआ था.
राम-सीता का प्रेम पवित्र होने के बाद भी श्री राम को क्यों नहीं मिला वैवाहिक सुख. दोनों के 36 गुण मिलने पर भी राम-सीता को वैवाहिक सुख नहीं मिला.
भगवान राम और मां सीता के विवाह की अलौकिक कहानी के बारे में आपको बताएंगे आध्यात्मिक गुरु पवन सिन्हा इंडिया न्यूज के खास कार्यक्रम गुरु पर्व में.