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गुरु पर्व: बनते-बनते क्यों बिगड़ जाते हैं आपके काम?

सब कोई इतना भाग्यवान नहीं होता कि वो जो काम शुरू करे वो आसानी से पूरा हो जाए. ज्यादातर लोगों के काम में बाधाएं आती हैं. हमारे काम बनते-बनते रुक जाते है. तरक्की की फ़ाइल बॉस की मेज़ पर रह जाती है, इंटरव्यू बहुत अच्छा होता है पर सेलेक्शन नहीं होता.

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  • November 8, 2016 4:02 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली. सब कोई इतना भाग्यवान नहीं होता कि वो जो काम शुरू करे वो आसानी से पूरा हो जाए. ज्यादातर लोगों के काम में बाधाएं आती हैं. हमारे काम बनते-बनते रुक जाते है. तरक्की की फ़ाइल बॉस की मेज़ पर रह जाती है, इंटरव्यू बहुत अच्छा होता है पर सेलेक्शन नहीं होता.
 
मकान का काम रुक जाता है. रिश्ते तय होकर टूट जाते है, व्यापार की पार्टनरशिप का मसला बन नहीं पाता, मकान का बयाना तक आ जाता है पर आगे का पैसा नहीं आ आता और फिर आया पैसा भी वापस चला जाता है.
 
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपकी कुंडली का मुख्य ग्रह और भाग्य का मालिक कमज़ोर हो सकता है. चंद्रमा की कमजोरी आपके काम को आसानी से नहीं बनने देगी. नीच के या वक्री ग्रह शुभ कार्यों में रोड़े अटकाते ही हैं. आपको ऐसे अनेक लोग मिले होंगे जिनके कि काम नहीं बनते. वो जीवन में अनेक काम बदलते है पर फिर भी कोई फर्क नहीं होता.
 
दरअसल ऐसे लोगों की मेहनत में कोई कमी नहीं होती पर ये जिस काम में हाथ डाल दे वो इसलिए पूरा नहीं होता क्योंकि भाग्य कमज़ोर होता है. ये बचपन से जीवन भर संघर्ष करते हैं.

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