नई दिल्ली. शनिवार को अहोई अष्टमी है. कार्तिक कृष्ण पक्ष के अष्टमी को यह किया जाता है. इस दिन माताएं अपने पुत्रों की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं. संतान की सलामती से जुड़े इस व्रत की बहुत महता है. संतान कौन नहीं चाहता. हम सब चाहते हैं कि हमारी संतानें हों और बुढ़ापे में हमारा सहारा बनें.
संतान सुख दुनिया के हर सुख से बड़ा है. आज के गुरु पर्व में देखिए कि आपके शरीर के किस अंग से पता चलता है कि आपको संतान सुख की प्राप्ति होगी या नहीं. क्यों होती है संतान सुख में कमी सब बताएंगे आध्यात्मिक गुरु पवन सिन्हा इंडिया न्यूज के खास कार्यक्रम गुरु पर्व में. वीडियो में देखें पूरा शो–