नई दिल्ली. हम अक्सर 56 भोग का नाम सुनते हैं, लेकिन इन 56 भोग में क्या-क्या शामिल हैं और आखिर क्यों 56 भोग ही चढ़ाया जाता है? इसके बारे में हम शायद ही जानते हैं.
छप्पन भोग कब से शुरू हुआ ? इसका रहस्य क्या है ? 56 भोग रसगुल्ले से शुरू होकर ईलायची पर जाकर खत्म होता है. इसके पीछे की कहानी भी बहुत बड़ी है. इस पूरी कहानी को जानने के लिए अध्यात्मिक गुरु पवन सिन्हा के साथ इंडिया न्यूज पर देखिए खास शो गुरु-पर्व.