नई दिल्ली. राजस्थान के चुरू जिले का सालासर बालाजी का धाम, जहां स्थापित होने की इच्छा स्वयं बजरंगबली ने प्रकट की थी. तब करीब ढाई सौ साल पहले बालाजी के परम भक्त बाबा मोहनदास ने यहां बालाजी की स्थापना की.
श्रीराम के सभी कार्य संवारने वाले बजरंग बली बहुत ही जल्द भक्तों के दुखों को दूर करते हैं. कई बार हमारे मन में भी यह सवाल उठता है कि आखिर माता के पुराने मंदिर अधिकतर पहाड़ों पर ही क्यों होते हैं?
शास्त्रों के अनुसार बिगड़े भाग्य को चमकाने के लिए कर्म के साथ-साथ भगवान की भक्ति या आंखे बंद करके भगवान का ध्यान ही सर्वश्रेष्ठ इस पीड़ा से मुक्ति दिलाने के लिए हनुमानजी ने उन्हें तेल लगाने को दिया.