अक्षय तृतीया के दान के प्रभाव से ही वह बहुत धनी तथा प्रतापी बना जा सकता है. इस दिन दोपहर से पूर्व स्नान, जप, तप, होम, स्वाध्याय, पितृ-तर्पण तथा दान आदि करने वाला महाभाग अक्षय पुण्यफल का भागी होता है और घर-परिवार में सुख-समृध्दी आती है. घर व परिवार में खुशी का आगमन होता है.