इंसान का सिग्नेचर उसकी मन की स्थिति बताता है. हस्ताक्षर व्यवहार का आइना है. हस्ताक्षर या लिखावट का सीधा संबंध हमारी सोच से होता है यानी हम जो सोचते हैं, करते हैं, जो व्यवहार में लाते हैं, वह सब कागज पर अपनी लिखावट व हस्ताक्षर के द्वारा प्रदर्शित भी होता है.