भारतीय पंचांग पद्धति में प्रतिवर्ष सौर पौष मास को खर मास कहते हैं. इसे मल मास या काला महीना भी कहा जाता है. इस महीने का आरंभ 16 दिसम्बर से होता है और ठीक मकर संक्रांति को खर मास की समाप्ति होती है.
नई दिल्ली. भारतीय पंचांग पद्धति में प्रतिवर्ष सौर पौष मास को खर मास कहते हैं. इसे मल मास या काला महीना भी कहा जाता है. इस महीने का आरंभ 16 दिसम्बर से होता है और ठीक मकर संक्रांति को खर मास की समाप्ति होती है.
खर मास के दौरान हिन्दू जगत में कोई भी धार्मिक कृत्य और शुभमांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं. इसके अलावा यह महीना अनेक प्रकार के घरेलू और पारम्परिक शुभकार्यों की चर्चाओं के लिए भी वर्जित है.
इंडिया न्यूज के खास शो गुडलक गुरू में अत्याधमिक गुरू पवन सिन्हा बताते है कि आप खर मास के दौरान किन-किन सावधानियों को अपनाकर परेशानियों से बच सकते हैं.
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