नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के वृंदावन में देश का पहला ऑल-गर्ल्स सैनिक स्कूल खोला गया है।(Good News) अब जल्द ही इसमें देश की बेटियों को प्रवेश परीक्षा के बाद दाखिला दिया जाएगा। बता दें कि केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 1 जनवरी 2024, सोमवार को मथुरा जिले के वृन्दावन में ऑल-गर्ल्स सैनिक स्कूल का […]
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के वृंदावन में देश का पहला ऑल-गर्ल्स सैनिक स्कूल खोला गया है।(Good News) अब जल्द ही इसमें देश की बेटियों को प्रवेश परीक्षा के बाद दाखिला दिया जाएगा। बता दें कि केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 1 जनवरी 2024, सोमवार को मथुरा जिले के वृन्दावन में ऑल-गर्ल्स सैनिक स्कूल का उद्धाटन किया। साथ ही इसे महिला सशक्तिकरण के इतिहास में एक स्वर्णिम क्षण भी बताया है। इस समारोह में सीएम योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व (Good News)के तहत, सरकार ने महिलाओं को सशस्त्र बलों में उनका उचित स्थान दिया है, जो कि सालों से उपेक्षित थीं। महिलाओं को पुरुष समकक्षों की तरह ही राष्ट्र की रक्षा करने का अधिकार है। महिला सशक्तिकरण के इतिहास में ये एक स्वर्णिम क्षण था जब हमने सैनिक स्कूलों में लड़कियों के प्रवेश को सहमति दी। आज हमारी महिलाएं न केवल फाइटर जेट उड़ा रही हैं बल्कि सीमाओं की सुरक्षा भी कर रही हैं।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि संविद गुरुकुलम गर्ल्स सैनिक स्कूल की स्थापना राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में गैर सरकारी संगठनों/निजी/राज्य सरकारी स्कूलों के साथ साझेदारी मोड में 100 नए सैनिक स्कूल खोलने की पहल के तहत की गई है। जिसमें करीब 870 छात्राएं शिक्षा हासिल कर सकेंगी। इस समय 100 में से 42 स्कूल पहले ही खुल चुके हैं। अधिकारियों के अनुसार इस सीबीएसई एफिलिएटेड स्कूल में प्रशिक्षण पूर्व सैनिकों द्वारा दिया जाएगा। साथ ही संस्थान में 120 सीटें होंगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने 2018 में सैनिक स्कूल, लखनऊ में छात्राओं के नामांकन की शुरूआत करने की पहल करने के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि रक्षा मंत्री ने 2019 में चरणबद्ध तरीके से 2021-22 में शैक्षणिक सत्र से सैनिक स्कूलों में लड़कियों के प्रवेश को सहमति दी थी। वहीं मिजोरम में सैनिक स्कूल, छिंगछिप में रक्षा मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद ये निर्णय लिया। 100 स्कूलों की स्थापना के पीछे छात्रों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना और बेहतर भविष्य का अवसर प्रदान करने का उद्देश्य है।