नई दिल्ली : बड़े शहरों में धीरे-धीरे स्पेस कम होता जा रहा है. अगर आप बड़े-बड़े मकान चाहते हैं तो आपको मोटा पैसा खर्च करना होगा. मुंहमांगी कीमत देनी होगी और ऐसे ग्राहकों की संख्या भी कम है. यही वजह है कि प्रापर्टी का बाजार अब छोटे और सस्ते मकानों की तरफ मूव कर चुका हैं.
बिल्डर बड़ेृ-बड़े मकानों की जगह छोटे मकान बनाने में दिलचस्पी ले रहे हैं. चूंकि बाजार का ट्रेंड छोटे मकानों को तवज्जों दे रहा है तो जाहिर है ऐसे में स्पेस मैनेजमेंट हर किसी के लिए बड़ी जरूरत हो चुकी है.
बदलती लाइफस्टाइल के साथ आज के शहरी जीवन में घर दिनों-दिन छोटे होते जा रहे हैं घर में जगह कम होने के चलते अक्सर घर फैला फैला लगता है, लेकिन आप छोटे घर में भी अगर स्पेस को ठीक से मैनेज करें तो आपको और घर आने वाले मेहमानों को आपका घर हमेशा स्पेशियस लगेगा .
किसी भी घर का ड्राइंग रूम उस घर की आत्मा होती है. हर कोई अपने घर को खूबसूरत रखने के लिए सबसे ज्यादा एनर्जी ड्राइंग रुम को सजाने और संवारने में लगाता है. जब भी आप या फिर कोई मेहमान घर में एंटर करते है तो सबसे पहली नजर पड़ती है घर में रखे फर्नीचर पर. फर्नीचर ही घर के ड्राइंग रुम में सबसे ज्यादा स्पेस को इस्तेमाल करते हैं.
अगर घर छोटा है तो फर्नीचर भी ज्यादा जगह न लें इस बात का ख्याल आपको हमेशा रखना होगा. कम जगह घेरने वाले और फोल्डेड फर्नीचर ही छोटे घर को स्पेशियस दिखाने का मूल मंत्र है. बाजार में आपके लिविंग रूम के लिए सोफा कम बेड की ढेरों वेरायटी मिल जाएंगी जो जरूरत पड़ने पर बेड का काम तो करती हैं ही और साथ ही ये जगह भी नहीं घेरते हैं.
मकान की सीढ़ियों के नीचे खाली पड़ी जगह को एक छोटा स्टोरेज रूम बना सकते हैं. घर में दो बालकनी में से एक को कवर कर स्टडी रूम बना सकते हैं. अगर डायनिंग रूम बड़ा है तो एक सैटी डालकर, टीवी लगाकर उसका इस्तेमाल लिविंग रूम की तरह भी कर सकते हैं. अगर घर का ड्राइंग रूम बड़ा है तो फिर पर्दे से पार्टिशन कर एक पार्ट को स्टडी रूम की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं आप. हर बेडरूम में लॉफ्ट बनवा सकते है ताकि बिना जरूरत वाले सामान को वहां रखा जा सके.