नई दिल्ली: जन्माष्टमी का पर्व पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था, इसलिए यह दिन उनके भक्तों के लिए बेहद खास होता है। इस दिन लोग लड्डू गोपाल की पूजा करते हैं और उन्हें विभिन्न प्रकार के स्नान कराते हैं ताकि वे प्रसन्न हों और भक्तों […]
नई दिल्ली: जन्माष्टमी का पर्व पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था, इसलिए यह दिन उनके भक्तों के लिए बेहद खास होता है। इस दिन लोग लड्डू गोपाल की पूजा करते हैं और उन्हें विभिन्न प्रकार के स्नान कराते हैं ताकि वे प्रसन्न हों और भक्तों पर अपनी कृपा बरसाएं। आइए जानते हैं कि जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल को किन चीजों से स्नान कराना चाहिए जिससे कान्हा जी की मूर्ति चमक उठे और उनका आशीर्वाद आपको मिले।
दूध को पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। लड्डू गोपाल को दूध से स्नान कराना उनकी मूर्ति को चमकदार बनाता है और उनकी कृपा प्राप्त करने का उत्तम तरीका है। दूध में हल्दी डालकर स्नान कराने से यह और भी प्रभावी हो जाता है। हल्दी को शुभ माना जाता है, जिससे भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति में विशेष चमक आ जाती है।
दही से स्नान कराने का विशेष महत्व है। यह भगवान श्रीकृष्ण को बेहद प्रिय है, क्योंकि वे स्वयं माखन और दही खाने के शौकीन थे। दही से स्नान कराना न केवल लड्डू गोपाल की मूर्ति को पवित्र करता है, बल्कि इससे उनकी मूर्ति की चमक भी बढ़ती है। दही की ठंडक भगवान की कृपा को भी शांत और सुखद बनाती है।
घी को धार्मिक अनुष्ठानों में बेहद पवित्र माना गया है। घी से स्नान कराने से लड्डू गोपाल की मूर्ति में एक अद्वितीय चमक आ जाती है। इसके साथ ही, घी से स्नान कराने का यह भी मतलब होता है कि भगवान श्रीकृष्ण के लिए समर्पित प्रेम और समर्पण को प्रकट किया जाए। यह विधि भगवान को प्रसन्न करने का एक उत्तम उपाय मानी जाती है।
शहद को स्वास्थ्यवर्धक और पवित्र माना जाता है। शहद से स्नान कराने से लड्डू गोपाल की मूर्ति में विशेष आभा आ जाती है। शहद की मिठास भगवान श्रीकृष्ण की कृपा को मिठास और समृद्धि से भर देती है। इसके साथ ही, यह विधि भक्तों के जीवन में सुख और समृद्धि लाने में सहायक होती है।
गंगाजल को अत्यधिक पवित्र और पावन माना जाता है। यह किसी भी धार्मिक अनुष्ठान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लड्डू गोपाल को गंगाजल से स्नान कराने से उनकी मूर्ति की पवित्रता और भी बढ़ जाती है। गंगाजल से स्नान कराने का मतलब है कि भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त करने के लिए उन्हें सबसे पवित्र जल से स्नान कराया जा रहा है।
पंचामृत दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से मिलकर बना होता है। इसे भगवान श्रीकृष्ण को स्नान कराने के लिए सबसे पवित्र और प्रभावी माना जाता है। पंचामृत से स्नान कराने से लड्डू गोपाल की मूर्ति में दिव्यता आ जाती है और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने में यह विधि सर्वोत्तम मानी जाती है।
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