नई दिल्ली: गोवर्धन पूजा, जो दिवाली के अगले दिन मनाई जाती है, को भगवान कृष्ण की उपासना का खास पर्व माना जाता है। इस दिन लोग गोवर्धन पर्वत की पूजा करते हैं और भगवान कृष्ण को विशेष प्रकार के भोग चढ़ाते हैं। यह माना जाता है कि इस दिन भगवान को अर्पित किए गए भोग से कई प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं। इस पूजा में अन्नकूट प्रसाद का विशेष महत्व होता है, जिसमें कई तरह के अनाज, सब्जियां और मिठाइयां शामिल होती हैं।
गोवर्धन पूजा पर अन्नकूट प्रसाद बनाना शुभ माना जाता है। अन्नकूट में विभिन्न प्रकार की सब्जियां, चावल, रोटी, और दालों का मिश्रण होता है। इसे भगवान कृष्ण को अर्पित किया जाता है, क्योंकि वे सादगी से परिपूर्ण भोग को पसंद करते थे। अन्नकूट का भोग समृद्धि और खुशहाली की प्राप्ति का प्रतीक है। यह भोग चढ़ाने से घर में अन्न-धन की कमी नहीं होती है और परिवार में समृद्धि का वास बना रहता है।
भगवान कृष्ण को माखन बहुत प्रिय है। गोवर्धन पूजा पर माखन और मिश्री का भोग लगाने से भगवान की विशेष कृपा प्राप्त होती है। माखन और मिश्री का भोग चढ़ाने से घर में शांति और सौहार्द का माहौल बना रहता है। यह भी माना जाता है कि इससे बच्चों की सेहत में सुधार होता है और उनकी बुद्धि तेज होती है।
गोवर्धन पूजा के दिन भगवान कृष्ण को हलवा चढ़ाना बहुत ही शुभ माना जाता है। हलवा विशेष रूप से गेंहू, बेसन, या सूजी से बनाया जाता है। इसे घी और गुड़ के साथ मिलाकर बनाया जाता है, जिससे इसका स्वाद बढ़ जाता है। हलवा चढ़ाने से परिवार में मिठास और सौहार्द बढ़ता है, साथ ही इससे स्वास्थ्य लाभ भी मिलता है।
दूध और पंजीरी का भोग भगवान को अर्पित करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। दूध को पवित्रता का प्रतीक माना जाता है, और इसे भगवान को अर्पित करने से जीवन में शांति और संतोष का अनुभव होता है। पंजीरी, जो कि गुड़, सूखे मेवे, और घी से तैयार होती है, सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है और इसे चढ़ाने से घर में स्वास्थ्य और ऊर्जा का संचार होता है।
भगवान कृष्ण को लड्डू अर्पित करना विशेष रूप से शुभ माना गया है। बूंदी के लड्डू या बेसन के लड्डू गोवर्धन पूजा पर अर्पित किए जा सकते हैं। यह भोग समृद्धि का प्रतीक माना गया है और इसे चढ़ाने से परिवार में संपन्नता और खुशहाली का वास होता है। यह भी माना जाता है कि लड्डू चढ़ाने से भगवान सभी मनोकामनाएँ पूर्ण करते हैं और सुख-समृद्धि प्रदान करते हैं।
गोवर्धन पूजा भगवान कृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने की कथा से जुड़ी हुई है। यह पर्व हमें प्रकृति के प्रति सम्मान का संदेश देता है और सिखाता है कि प्राकृतिक संसाधनों का सही उपयोग करना चाहिए। गोवर्धन पूजा के दिन अर्पित किए गए भोग का महत्व केवल धार्मिक ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य और समाज के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। इस दिन का उद्देश्य भोजन का सम्मान करना, दूसरों के साथ इसे साझा करना और अपनी खुशियों को बांटना है। गोवर्धन पूजा पर भगवान कृष्ण को इन विशेष भोगों का अर्पण करने से न केवल धार्मिक पुण्य मिलता है, बल्कि कई शारीरिक और मानसिक लाभ भी होते हैं। इसलिए इस पवित्र दिन पर श्रद्धा और भक्ति से भगवान को भोग अर्पित करें और उनके आशीर्वाद का लाभ प्राप्त करें।
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