नवरात्रि में दिन इस तरह लगाएं मां दुर्गा को भोग, माता होंगी प्रसन्न, खुलेंगे किस्मत के ताले

नई दिल्ली: नवरात्रि का पर्व भारत में श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक माना जाता है। यह नौ दिनों तक चलने वाला त्यौहार मां दुर्गा की आराधना के लिए विशेष रूप से समर्पित है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है और हर दिन के लिए एक विशेष भोग भी […]

Advertisement
नवरात्रि में दिन इस तरह लगाएं मां दुर्गा को भोग, माता होंगी प्रसन्न, खुलेंगे किस्मत के ताले

Shweta Rajput

  • October 2, 2024 11:41 am Asia/KolkataIST, Updated 2 months ago

नई दिल्ली: नवरात्रि का पर्व भारत में श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक माना जाता है। यह नौ दिनों तक चलने वाला त्यौहार मां दुर्गा की आराधना के लिए विशेष रूप से समर्पित है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है और हर दिन के लिए एक विशेष भोग भी लगाया जाता है। माना जाता है कि इन दिनों में मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए सही भोग अर्पित करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। साथ ही, इससे व्यक्ति की किस्मत के दरवाजे भी खुल जाते हैं।

1. प्रथम दिन: शैलपुत्री

प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। इन्हें गाय के घी से बने व्यंजनों का भोग लगाया जाता है। ऐसा करने से स्वास्थ्य और समृद्धि प्राप्त होती है।

2. दूसरा दिन: ब्रह्मचारिणी

दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी को चीनी या गुड़ से बने पदार्थ का भोग लगाया जाता है। यह भोग देने से व्यक्ति को दीर्घायु और संयम प्राप्त होता है।

3. तीसरा दिन: चंद्रघंटा

तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। इन्हें दूध या दूध से बने मीठे पदार्थों का भोग चढ़ाया जाता है। इससे जीवन में सुख और मानसिक शांति मिलती है।

4. चौथा दिन: कूष्माण्डा

मां कूष्माण्डा को चौथे दिन मालपुए का भोग लगाया जाता है। इस भोग से बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि होती है।

5. पांचवा दिन: स्कंदमाता

पांचवे दिन मां स्कंदमाता को केले का भोग लगाया जाता है। इससे परिवार में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है।

6. छठा दिन: कात्यायनी

छठे दिन मां कात्यायनी को शहद का भोग लगाया जाता है। इससे व्यक्ति को सुंदरता और प्रेम की प्राप्ति होती है।

7. सातवां दिन: कालरात्रि

सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा में गुड़ का भोग अर्पित किया जाता है। इसे अर्पित करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।

8. आठवां दिन: महागौरी

आठवें दिन मां महागौरी को नारियल का भोग लगाया जाता है। यह भोग धन-धान्य और समृद्धि के लिए उत्तम माना गया है।

9. नवां दिन: सिद्धिदात्री

नवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है और उन्हें तिल या तिल से बने व्यंजनों का भोग लगाया जाता है। इससे व्यक्ति की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं और उसे सिद्धि प्राप्त होती है।

नवरात्रि के भोग से क्या मिलते हैं लाभ?

मां दुर्गा को दिन के अनुसार भोग अर्पित करने से उनके भक्तों को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक परेशानियों से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा, मां की कृपा से घर-परिवार में सुख-शांति का वास होता है और जीवन में सभी कार्य सफल होते हैं। यदि किसी की किस्मत में रुकावटें आ रही हों, तो यह भोग उन्हें दूर करने में मददगार साबित होता है। नवरात्रि का यह पावन पर्व भक्तों के लिए एक अवसर होता है कि वे मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करें और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएं। इसलिए, इस नवरात्रि में मां दुर्गा को उनके प्रिय भोग अर्पित करें और अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करने का आशीर्वाद प्राप्त करें।

Also Read…

10 मिनट में लाहौर कब्जा लेते लाल बहादुर शास्त्री, जन्मतिथि पर जानिए पूर्व PM का मास्टर प्लान

समय और जगह हम तय करेंगे! हमले से भयंकर बौखलाया इजरायल, ईरान को तो अब अल्लाह भी नहीं बचाएगा

Advertisement