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Ganesh Chaturthi 2022: गणेश चतुर्थी के दिन गलती से भी न करें चाँद के दर्शन, ये है वजह

मुंबई: गणेश चतुर्थी के दिन चन्द्र-दर्शन की मनाही है। माना जाता है कि इस दिन चन्द्र के दर्शन करने से मिथ्या दोष अथवा मिथ्या कलंक का सामना करना पड़ता है। ऐसे में मनुष्य को चोरी का झूठा आरोप सहना पड़ता है। अगर गणेश चतुर्थी या कलंक चतुर्थी के दिन आप भी चंद्र के दर्शन कर […]

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Ganesh Chaturthi 2022
  • August 29, 2022 10:28 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

मुंबई: गणेश चतुर्थी के दिन चन्द्र-दर्शन की मनाही है। माना जाता है कि इस दिन चन्द्र के दर्शन करने से मिथ्या दोष अथवा मिथ्या कलंक का सामना करना पड़ता है। ऐसे में मनुष्य को चोरी का झूठा आरोप सहना पड़ता है। अगर गणेश चतुर्थी या कलंक चतुर्थी के दिन आप भी चंद्र के दर्शन कर लिए है, तो मिथ्या दोष से बचने के लिए इस दिन एक मंत्र का जाप करना अच्छा होगा।

चंद्र देव को दिया था श्राप

पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब भगवान गणेश माता पार्वती के आदेश पर घर के मुख्य पर खड़े होकर पहरा दे रहे थे। तभी भगवान शिव वहां आए और अंदर जाने लगे, तो गणेश जी ने उनको रोक लिया। बार-बार समझाने पर भी वे शिव जी को अंदर जाने से रोकते रहे, तब गुस्से में महादेव ने उनका सिर काट दिया। जिसके बाद पार्वती जी वहां आ गईं।

उन्होंने शिव जी से कहा कि आपने क्या अनर्थ कर दिया, ये पुत्र गणेश हैं। आप उनको फिर से जीवित करना होगा। माता पार्वती के कहने पर भगवान शिव ने गणेश जी को गजानन मुख प्रदान कर जीवनदान देते हैं। गजमुख के साथ दोबारा जीवन पाने पर सभी देवी देवता गणपति को आशीर्वाद दे रहे थे, लेकिन वहां मौजूद चंद्र देव गणपति को देखकर हंस रहे थे।

भूल कर भी न करें चंद्र के दर्शन

गणेश जी समझ गए कि चंद्र देव उनके स्वरूप को देखकर हंस रहे हैं। चंद्र देव को अपनी सुंदरता पर घमंड था। वे गणपति जी का उपहास कर रहे थे। तब गणेश जी ने नाराज होकर चंद्र देव को श्राप दे दिया था कि तुम हमेशा के लिए काले हो जाओगे। श्राप के प्रभाव से चंद्र देव की सुंदरता खत्म हो जाती है और वे काले हो जाते हैं। इसके बाद चंद्र देव को अपनी गलती का एहसास होता है। अब चंद्र देव गणेश जी से क्षमा मांगने लगते हैं।

इसके बाद गणपति ने कहा कि आप एक मास में सिर्फ एक बार अपनी पूर्ण कलाओं से युक्त हो सकते हैं। इस वजह से ही पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपनी समस्त कलाओं से युक्त होते हैं। इसके साथ ही जो भी व्यक्ति मेरी पूजा के दौरान तुम्हारे दर्शन करेंगे उसे झूठे कलंक का सामना करना पड़ेगा। इसी कारण माना जाता है कि गणेश चतुर्थी के दिन चंद्र के दर्शन नहीं करना चाहिए।

 

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