सफलता-असफलता सिर्फ मेहनत पर ही नहीं भाग्य पर भी निर्भर करता है. वैसे तो एक कहावत है कि भाग्य बदलते देर नहीं लगती लेकिन कभी कभी भाग्य के दरवाजे खुलने में बहुत देर हो जाती है.
कई बार आप देखते हैं कि आपका कोई मित्र या परिवार का ही कोई सदस्य बात-बात पर चिढ़ने लगता है, कहने का मतलब वह चिड़चिड़ा हो जाता है, हालांकि यह कोई बीमारी नहीं है. कुछ आसान से घरेलू उपायों से आप इसे दूर कर सकते हैं.
आज शनिवार है और लोगों का मानना है कि शनिवार के दिन किए उपाय असफल नहीं होते हैं. आज के लिए हम आपको कुछ महाउपाय बताएंगे जिससे आपके बच्चे की बुद्धि तेज होगी.
लक्ष्मी किसे नहीं चाहिए. हर कोई चाहता है कि उसके घर में लक्ष्मी का वास हो. उसकी मेहनत का फल मिले और घर में लक्ष्मी की कमी ना रहे. धन-धान्य से भरपूर जीवन के लिए हाड़ तोड़ मेहनत की जाती है.
पति-पत्नी का रिश्ता जन्मों-जन्मों का होता है. ये बंधन सात जन्मों का माना जाता है. हर पत्नी अपने पति को खुद के सबसे ज्यादा करीब देखना चाहती है और हर पति अपनी पत्नी को दुनिया की हर खुशी देना चाहता है.
दूध हर घर में पाया जाता है. रोजाना का खाना हमारे घरों का रात को दूध पीने के साथ ही पूरा माना जाता है. बच्चों के लिए ही नहीं बल्कि बड़ों के लिए भी दूध स्वास्थ्य के लिए जरुरी है.
सर्दी का मौसम है तो आप गर्म कपड़े भी खरीदेंगे ही लेकिन यदि हम आपसे ये कहें कि राशि के हिसाब से खरीदा गया जैकेट आपकी किस्मत चमका सकता है तो आप भी कहेंगे वाह.
घर में सुख-शांति और खुशहाली के लिए हम सभी मेहनत करते हैं. हर कोई चाहता है कि उसका घर- परिवार सुख-चैन से रहे. किसी को कोई कष्ट ना हो और खुद के साथ-साथ सब लोग भी तरक्की की सीढ़ियां चढ़ते जाएं.
आज की भागदौड़ भरी इस जिन्दगी में आप पैसा तो कमा रहे हैं, लेकिन आपको संतुष्टि नहीं मिल रही है. कहने का तात्पर्य यह है कि बरकत नहीं हो रही है.
आज गीता जयंती है. आज के दिन ही भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन का गीता का उपदेश दिया था. इस अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा और उपासना का विशेष महत्व है. गीता जयंती को मोक्षदा एकदशी के नाम से भी जाना जाता है.