भारत की प्राचीनतम विधाओं में से एक सामुद्रिक शास्त्र एक गहरा ज्ञान है, जो हर बार हमें एक नया विषय प्रदान करता है. सामुद्रिक शास्त्र की सहायता से व्यक्ति के चेहरे-मोहरे, शरीर के विभिन्न अंगों और यहां तक की उसकी चाल एवं बोलने के ढंग से भी उसके चरित्र का अंदाज़ा लगाया जाता है.
रविवार सूर्य देव की पूजा का विशेष दिन है. अगर आपकी कुंडली में सूर्य का दोष है तो इस मंत्र के साथ पूजा जरुर करनी चाहिए. सूर्य देव बहुत ही जल्द प्रसन्न हो जाते है. जिससे सूर्य की कृपा व्यक्ति को समाज में मान-सम्मान प्राप्त होता है.
हिंदू धर्म में शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है. वह मनुष्य के अच्छे है या बुरे कर्मों के हिसाब से उन्हे फल देने का काम करते है. और जिस पर वह प्रसन्न हो जाए तो उसका जीवन सुखमय बन जाता है. आज हम आपको बताएंगे शनिदेव को प्रसन्न करने के कुछ ऐसे आसान उपाये जिन्हे अपनाकर आप अपने जीवन में सुख समृद्धि भोग सकते है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हमारे हाथ की रेखाओं में हमारे जीवन के भावी संकेत मिलते हैं. वैसे तो कहा जाता है कि गर्भावस्था के दौरान ही शिशु के हाथ में लकीरों का जाल बुन जाता है, जो जन्म से लेकर मृत्यु तक रेखाओं के रूप में विद्यमान रहता है. इसे हम हस्तरेखा के रूप में जानते हैं.
आज 2017 का पहल गुरूवार है. भगवान विष्णु का दिन गुरूवार को माना जाता है. दुनिया के पालनहार विष्णु जी को खुश करने से सारे दुख हर जाते हैं. ज्ञान, प्रतीभा और वैभव लक्ष्मी के स्वामी हैं बृहस्पति. इनके वरदान से पूरा साल संवर सकता है.
पारिवारिक सदस्यों की कमाई के बाद भी घर में धन का अभाव होता है. घर में पैसों की बरकत नहीं होती. अधिक मेहनत करने पर भी आर्थिक तंगी रहती है. ऐसी चिंताएं घर के वास्तुदोष के कारण हो सकती हैं.
सभी लोगो के हाथो में अनेक प्रकार की रेखाएं होती है. हमारी हथेली में बनी हर रेखा हमारे भविष्य और वर्तमान के बारे में कुछ ना कुछ कहती है. इन रेखाओं को देखकर हम अपने भविष्य में होने वाली कई घटनाओ का अनुमान लगा सकते हैं.
हनुमानजी को भगवान शिव का रूद्रावतार भी कहा जाता है. यू तो हनुमानजी को प्रसन्न करने के लिए कई तरीके हैं फिर भी एक तरीका सबसे खास है जिससे हनुमानजी जल्द से जल्द प्रसन्न हो जाते हैं.
प्यार का इजहार करने के यूं तो बहुत से तरीके हैं लेकिन कई बार लोग कन्फ्यूज हो जाते हैं कि उनका पार्टनर उनके प्यार को समझ पाएगा या नहीं. तो कई बार लोग अपने पार्टनर से डायरेक्अ अपने प्यार का इजहार करने से डरते हैं तो कई बार अपनी बात बताने से हिचकिचा जाते हैं.
हाथों में शादी की रेखा कबी नहीं बदलती। दरअसल यह रेखा सबसे छोटी उंगली के नीचे और होती है. ज्योतिषियों की मानें तो इसे विवाह से जोड़कर देखा जाता है. इस जगह पर एक से ज्यादा भी रेखा हो सकती हैं.