सिर में सहस्रार के स्थान पर चोटी रखी जाती है अर्थात सिर के सभी बालों को काटकर बीचोबीच के स्थान के बाल को छोड़ दिया जाता है. इस स्थान के ठीक 2 से 3 इंच नीचे आत्मा का स्थान है.
आज हनुमान जयंती के अवसर पर आपको बताएंगे कि कैसे अपने राशि के अनुसार पूजा करके भगवान महावीर को इस प्रकार से खुश करें. पंचांग के अनुसार हनुमान जी का जन्म पुर्णिमा तिथि और हस्त नक्षत्र के संयोग में हुआ था.
हनुमान जयंती एक हिंदू पर्व है. इस दिन हनुमान का जन्म हुआ था और इस दिन हनुमानजी की विशेष पूजा का दिन है. यह हर साल चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. इस साल यह 11 अप्रेल को पूरे देश में मनाया जाएगा.
कर्ज अनेक लोगों के पर्सनल फाइनेंस का हिस्सा होता है. यह एक आवश्यक बुराई नहीं है, मगर इसे नियंत्रण में रखने के लिए इसका बेहतर प्रबंधन करना जरूरी है.
एक घर के लिए सबसे जरूरी होता है सुख और शांति, जिस घर में ये दोनों चीज नहीं है वह मकान कभी घर नहीं बन पाता है. इस संसार में सुख और शांति ऐसा वस्तु है जिनको निश्चित ही प्रत्येक मनुष्य प्राप्त करना चाहते है और इस हेतु वह कुछ भी देने के लिए तैयार हो जाता है. परंतु मन की पूर्ण शांति उसे फिर भी प्राप्त नहीं होती है.
मां लक्ष्मी के पूजन से पहले कुछ बातें जो हमें अक्सर ध्यान में रखने चाहिए. कई बार लोगों को ठीक से पता नहीं होता कि मां लक्ष्मी को किस विधि से पूजा करें जिससे मां लक्ष्मी की विशेष कृपा हमारे ऊपर बने.
क्या आप अपनी सास को खुश करने के लिए उन्हें साड़ी गिफ्ट करना चाहती हैं, क्या आप अपनी बहू को साड़ी गिफ्ट करना चाहती हैं तो जरूर करें, लेकिन राशि को ध्यान में रखकर ही साड़ी का कलर चुनें.
व्रत रखने को आस्था से जोड़ा जाता है. लेकिन यह नियम सिर्फ हमारे विश्वास को ही नहीं मजबूत नहीं पहुंचाता है बल्कि इससे बॉडी को कई तरह के फायदे भी पहुंचते हैं.
नवरात्र में सप्तमी तिथि से कन्या पूजन शुरू हो जाता है और इस दौरान कन्याओं को घर बुलाकर उनकी आवभगत की जाती है. दुर्गाष्टमी और नवमी के दिन इन कन्याओं को नौ देवी का रूप मानकर इनका स्वागत किया जाता है. माना जाता है कि कन्याओं का देवियों की तरह आदर सत्कार और भोज कराने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों को सुख समृधि का वरदान देती हैं.
नवरात्रि के आठवें दिन होती है मां महागौरी की पूजा. देवी मां के आठवें स्वरूप को महागौरी के नाम से पुकारा जाता है. मां महागौरी की पूजा करने से मन पवित्र हो जाता है और भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.