सोना सुख-समृद्धि का प्रतीक है. ज्योतिष के अनुसार गोल्ड का संबंध प्रत्येक राशि के साथ होता है. सोना पहनना हर किसी को पसंद होता है. लेकिन सोना पहनने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए. आइए जानते हैं किन लोगों को सोना पहनना चाहिए और किन लोगों को सोना नहीं पहनना चाहिए.
परिवार में लड़ाई-झगड़े होना आम बात है लेकिन अक्सर घर के अंदर यह सब हो रहा है तो इस पर सोचना बहुत जरूरी है. अक्सर परिवार में किसी न किसी वजह से लड़ाई होती है इसका मतलब समझ जाइए घर के अंदर कुछ गड़बड़ चल रहा है.
क्या आप भी नौकरी की तलाश में है ? क्या आप अपनी वर्तमान नौकरी से खुश नहीं हैं ? क्या आप नौकरी बदलना चाहते हैं ? पेश है कुछ आसान से चमत्कारी टोटके खास आपके लिए, जो निश्चित रूप से दिलाएंगे आपको मनचाहा सरकारी जॉब.
शादी के समय लड़की देखने का रिवाज काफी पुराना है. वर पक्ष अपनी होने वाली जीवनसाथी के रंग-रूप और कद-काठी देखकर उससे शादी का फैसला कर लेता है. लेकिन अगर आप चाहते हैं कि वो जीवन संगिनी भाग्यशाली भी हो तो इसके लिए उसकी उंगलियां देखकर पता लगाया जा सकता है.
हमारे शास्त्रों के अनुसार कल्पवृक्ष के नीचे खड़े होकर जिस वस्तु की भी कामना की जाती है वह अवश्य पूरी हो जाती है. कलियुग में लोगों के लिए कल्पवृक्ष तो सुलभ नहीं है परंतु सर्वदेवमय वृक्ष पीपल पर सच्चे भाव से संकल्प लेकर नियमित रूप से जल चढ़ाने, पूजा एवं अर्चना करने से मनुष्य वह सब कुछ सरलता से पा सकता है जिसे पाने की उसकी इच्छा हो.इसीलिए पीपल को कलियुग का कल्पवृक्ष माना जाता है.
इंडिया न्यूज शो फैमिली गुरु जय मदान बताएंगी कैसे आप अपने विदेश में पढ़ाई करने के सपने को साकार कर सकते हैं. जय मदान के मुताबिक आप भी विदेश में पढना चाहते हैं तो सबसे पहले ये उपाय करें.
आज से नौ दिन चलने वाले गुप्त नवरात्र शुरू हो गए हैं. शनिश्चरी अमावस्या से शुरू होने से इन नवरात्रों का महत्व और बढ़ गया है. अमावस्या के दिन श्रद्धालु नियत घाटों पर जाकर श्राद्ध तर्पण भी करेंगे. यह अमावस्या अनेक प्रकार से पुण्यदायी बन गई है.
24 जून यानी कल अषाढ़ अमावस्या को गुप्त नवरात्र के नाम से भी जाना जाता है. फैमिली गुरु जय मदान ने बताया कि वर्ष 2007 में अषाढ़ मास में शनिचरी अमावस्या आई थी. इसके बाद अब वर्ष 2017 में ऐसा संयोग बना है.
इंसान के किसी काम में सफल होने के लिए किस्मत काफी मायने रखती है. अगर किस्मत अच्छी हो तो चुटकी बजाते ही काम हो जाता है वहीं किस्मत अगर खराब हो तो बनता काम भी बिगड़ जाता है.
शिल्पा अपनी प्रेग्नेंसी से पहले पतली थीं, लेकिन बाद में कम मेहनत की वजह से उनके शरीर का वजन बढ़ गया. वो भी जोड़ों के दर्द और गर्दन के दर्द का शिकार हुई थीं. इसलिए उनके लिए प्रेग्नेंसी के बाद वर्कआउट करना बहुत मुश्किल हो गया.