कायदा और फायदा हमारे इस संसार में जन्म लेते ही हमारे चारों तरफ हर क्षेत्र में एक कायदा शुरु हो जाता है. जिसे हम उस वस्तु का धर्म कहते. जैसे-जैसे हम संसारिक जीवन में जीने लगते है अपने फायदे को देखने लगते है.
नारियल को काले कपड़े में बांधकर सिलकर घर से बाहर लटका दें तो घर पर बुरी नजर का प्रभाव नहीं पड़ता. थोड़ी सी साबुत फिटकरी लेकर नजर लगी दुकान पर से 31 बार उसारें. फिर किसी चौराहे पर जाकर उसे उत्तर दिशा में फेंककर पीछे देखें बिना लौट जाएं, दुकान पर लगी नजर दूर हो जाएगी.
इलायची हर भारतीय के घर में पाई जाती है. यह माउथ फ्रेशनर व मसाला होता है, जो कई तरह के व्यंजन में डाला जाता है. इलायची का स्वाद अलग तरह का होता जिससे ये सभी को भाता है.
छोटे झुमके अब फैशन से दूर हो रहे हैं और उनकी जगह बड़े कफ्स आ रहे हैं. लेटेस्ट ट्रेंड के अनुसार इयररिंग्स नहीं इयरकफ्स ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं. भले ही इन्हें पहनने में थोड़ी असुविधा हो, लेकिन खास मौकों पर आप इन्हें पहनकर अपने फैशन सेंस को दिखा सकती हैं.
भारतीय संस्कृति में रुद्राक्ष का बहुत महत्व है. माना जाता है कि रुद्राक्ष इंसान को हर तरह की हानिकारक ऊर्जा से बचाता है. इसका इस्तेमाल सिर्फ तपस्वियों के लिए ही नहीं, बल्कि सांसारिक जीवन में रह रहे लोगों के लिए भी किया जाता है.
आजकल छोटे बच्चों को बात-बात पर गुस्सा आता है और उन्हें डील करना बहुत मुश्किल होता है. ऐसे बच्चों पर काबू पाने के लिए आपको धैर्य और समझ दोनों की आवश्यकता है.
हम दिनभर में सैकड़ों लोगों से मिलते हैं. हजारों अनजान चेहरे भी हमारी आंखों के सामने से गुजरते हैं. इनमें से कुछ सुंदर होते हैं, तो कुछ थोड़े भद्दे. कुछ का आकार गोल होता है तो कुछ त्रिकोण के समान होते हैं.
सभी ग्रहों में लोग शनि को सबसे खराब मानते हैं. शनि का नाम सुनते ही लोग डर जाते हैं. लेकिन शायद आप यह नहीं जानते हैं कि शनि केवल शत्रु ही नहीं, बल्कि आपका मित्र भी हैं.
कई बार ऐसा होता है कि आपका बना-बनाया काम बिगड़ जाता है, लेकिन हमारे आज के खास शो फैमिली गुरु देखने के आपके साथ ऐसा नहीं होगा. रंगों के महत्व के बारे में तो आप जानते हैं, तभी तो आप कहते हैं कि मुझे लाल नहीं, बल्कि गुलाबी रंग के कपड़े पसंद हैं या फिर आप कार खरीदते समय एक खास रंग का चुनाव करते हैं.
ज्यादातर लड़कियां चेहरे की त्वचा को खूबसूरत बनाने का पूरा ध्यान रखती हैं लेकिन गर्दन जैसे कम दिखने वाले हिस्सों पर उतना ध्यान नहीं देती हैं.