इंडिया न्यूज के कार्यक्रम फैमिली गुरु में जय मदान ने पूजा पाठ के ऐसे तरीके बताए हैं जिनसे सिर्फ आपको पुण्य मिलेगा और पाप आपको छू भी नहीं पाएगा. उन्होंने पूजा के कई तरीके बताए हैं.
नई दिल्ली. इंडिया न्यूज के कार्यक्रम फैमिली गुरु में जय मदान ने आपको पूजा का वो तरीका बताया है जो सिर्फ आपको पुण्य दिलाता है और पाप आपको छू भी नहीं पाता. आपको बस कुछ बातों का ध्यान रखना है. छोटी छोटी बातें हैं लेकिन बहुत काम की है. वो क्या है आइए जानते हैं.
1. सभी तरह की पूजा में चावल विशेष रूप से चढ़ाए जाते हैं. पूजा के लिए ऐसे चावल का उपयोग करना चाहिए जो अखंडित यानि पूरे चावल हो यानी टूटे हुए ना हो. चावल चढ़ाने से पहले इन्हें हल्दी से पीला करना बहुत शुभ माना गया है. इसके लिए थोड़े से पानी में हल्दी घोल लें और उस घोल में चावल को डूबोकर पीला किया जा सकता है.
2. पूजन में पान का पत्ता भी रखना चाहिए. ध्यान रखें पान के पत्ते के साथ इलाइची, लौंग, गुलकंद आदि भी चढ़ाना चाहिए. पूरा बना हुआ पान चढ़ाएंगे तो अच्छा रहेगा.
3. पूजन में इस बात का विशेष ध्यान रखें कि पूजा के बीच में दीपक बुझना नहीं चाहिए. ऐसा होने पर पूजा का पूर्ण फल प्राप्त नहीं हो पाता है.
4. किसी भी भगवान के पूजन में उनका आवाहन करना, ध्यान करना, आसन देना, स्नान करवाना, धूप-दीप जलाना, अक्षत, कुमकुम, चंदन, फूल, प्रसाद का होना बहुत जरुरी है.
5. देवी-देवताओं को हार-फूल, पत्तियां अर्पित करने से पहले एक बार साफ पानी से जरुर धो लेना चाहिए.
6. भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए पीले रंग का रेशमी कपड़ा चढ़ाना चाहिए. माता दुर्गा, सूर्यदेव और गणेश को प्रसन्न करने के लिए लाल रंग का, भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सफेद वस्त्र अर्पित करना चाहिए.
7. किसी भी तरह के पूजन में कुल देवता, कुल देवी, घर के वास्तु देवता, ग्राम देवता का ध्यान करना भी जरुरी है. इन सभी का पूजन भी करना चाहिए.
8. पूजन में हम जिस आसन पर बैठते हैं, उसे पैरों से इधर-उधर खिसकाना नहीं चाहिए. आसन को हाथों से ही खिसकाना चाहिए.
9.अगर आप रोज घी का एक दीपक भी घर में जलाएंगे तो घर के कई वास्तु दोष भी दूर हो जाएंगे.
10. सूर्य, गणेश, दुर्गा, शिव और विष्णु, ये पंचदेव कहलाते हैं, इनकी पूजा सभी कामों में जरुर करनी चाहिए. रोजपूजन करते समय इन पंचदेव का ध्यान करना चाहिए. इससे लक्ष्मी कृपा और समृद्धि प्राप्त होती है
11. तुलसी के पत्तों को 11 दिनों तक बासी नहीं माना जाता है. इसकी पत्तियों पर हर रोज जल छिड़कर फिर भगवान को अर्पित किया जा सकता है.
12. दीपक हमेशा भगवान की प्रतिमा के ठीक सामने लगाना चाहिए. कभी-कभी भगवान की प्रतिमा के सामने दीपक न लगाकर इधर-उधर लगा दिया जाता है, जबकि यह सही नहीं है.
13. घी के दीपक के लिए सफेद रुई की बत्ती उपयोग किया जाना चाहिए. जबकि तेल के दीपक के लिए लाल धागे की बत्ती श्रेष्ठ बताई गई है.
14. पूजन में कभी भी खंडित दीपक नहीं जलाना चाहिए. धार्मिक कार्यों में खंडित सामग्री शुभ नहीं मानी जाती है.
15. शिवजी को बिल्व पत्र अवश्य चढ़ाएं और किसी भी पूजा में मनोकामना की सफलता के लिए अपनी इच्छा के अनुसार भगवान को दक्षिणा अवश्य चढ़ानी चाहिए, दान करना चाहिए. दक्षिणा अर्पित करते समय अपने दोषों को छोड़ने का संकल्प लेना चाहिए. दोषों को जल्दी से जल्दी छोड़ने पर मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होंगी.
16. भगवान सूर्य की 7, श्रीगणेश की 3, विष्णुजी की 4 और शिवजी की 1/2 परिक्रमा करनी चाहिए.
17. घर में या मंदिर में जब भी कोई विशेष पूजा करें तो अपने इष्टदेव के साथ ही स्वस्तिक, कलश, नवग्रह देवता, पंच लोकपाल, षोडश मातृका, सप्त मातृका का पूजन भी जरुर किया जाना चाहिए. इन सभी की पूरी जानकारी किसी पुरोहित से प्राप्त की जा सकती है. विशेष पूजन पंडित की मदद से ही करवाने चाहिए, ताकि पूजा विधिवत हो सके.
18. घर में पूजन स्थल के ऊपर कोई कबाड़ या भारी चीज ना रखें.
19. भगवान शिव को हल्दी नहीं चढ़ाना चाहिए और ना ही शंख से जल चढ़ाना चाहिए.
20. पूजन स्थल पर पवित्रता का ध्यान रखें. चप्पल पहनकर कोई मंदिर तक नहीं जाना चाहिए. चमड़े का बेल्ट या पर्स अपने पास रखकर पूजा न करें. पूजन स्थल पर कचरा ना जमा हो पाए. अभी पूजा से जुड़ी और भी बहुत सी जानकारी देनी है लेकिन पहले एक और जरुरी बात.
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