फैमिली गुरु: साल 2018 में अपनी फैमिली को हेल्दी रखने वाली टिप्स

इंडिया न्यूज के शो फैमिली गुरु में जय मदान 2018 यानि नए साल से जुड़े टिप्स देंगी. इन टिप्स को यूज कर आप अपने परिवार के स्वास्थ्य का ध्यान रख सकते हैं. जय मदान के हेल्थ टिप्स को यूज कर आप अपने परिवार को कई बीमारियों से दूर रख सकते हैं. सोना, सिल्वर, तांबा, एलुमीनियम और लोहा धातु के फायदे बतायेंगी.

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फैमिली गुरु: साल 2018 में अपनी फैमिली को हेल्दी रखने वाली टिप्स

Aanchal Pandey

  • December 26, 2017 5:28 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्ली. नए साल पर सबसे पहले धातु और सुहागिनों की बात फैमिली गुरु में की जाएगी. अगले साल यानि 2018 आपकी सेहत बनी रहेगी अगर आप सही बर्तन में खाना खाएंगे. जी हां सही धातु के बर्तन में खाना खाने से सीधा प्रभाव हमारी सेहत पर पड़ता है. इसलिए आप अपनी फैमिली के लिए सेहत वाला बर्तन लाएं. सेहत वाला बर्तन कौन सा है इसे देखने के लिए फैमिली गुरु.

सोना एक महँगा मेटल है. सोना लाल, सफ़ेद, और पीले रंग में होता है. लेकिन भारत में सबसे ज्यादा पीला सोना प्रयोग में लाया जाता है. सोने के बर्तन में पहले के राजा महाराजा भोजन करते थे. सोना एक गर्म मेटल है. सोने से बने बरतन में भोजन बनाने और करने से शरीर के हिस्से कठोर, बलवान, ताकतवर और मजबूत बनते है. और साथ साथ सोना आँखों की रौशनी बढ़ता है, आँखों को तेज करता है.

चांदी
सोने के बाद चाँदी दुसरी कीमती मेटल है. चांदी एक ठंडा मेटल है. जो शरीर को अंदर से ठंडक पहुंचाती है. शरीर को शांत रखती है. इसके बरतन में भोजन बनाने और करने के कई फायदे होते हैं, जैसे दिमाग तेज होता है, आँखों का सेहतमंद होना. आंखों की रौशनी बढती है और इसके अलावा पित्तदोष, कफ और गैस पर भी कंट्रोल होता है.

कांसा
चांदी के बाद कांसे के बर्तन कीमती होता है. यह चांदी से थोड़ी सस्ती होती है और इसके बर्तन का इस्तेमाल मिडिल क्लास फैमिली में होता है. इसके बने बर्तन में खाना खाने से बुद्धि तेज होती है, खून प्यूरीफाई होता है. भूख बढ़ती है. लेकिन कांसा खट्टी चीजे नहीं परोसना चाहिए खट्टी चीजे इस मेटल से मिलकर जहरीली हो जाती हैं.

तांबा
तांबा के बने बर्तन का हर घर में पूजा पाठ में भी इस्तमाल में लाया जाता है. इस बरतन का पानी बीमारी से बचाता है. खून को शुद्ध करता है, यादाश्त को अच्छा रखता है, लीवर की समस्या दूर करता है, तांबे का पानी शरीर के टॉकसिक एलीमेंट को खत्म कर देता है इसलिए इस बरतन में रखा पानी सेहत के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. लेकिन तांबे के बर्तन में दूध नहीं पीना चाहिए इससे शरीर को नुकसान होता है.

पीतल
कई घरों में पीतल के बर्तन का भी इस्तेमाल होता है. इसमें भोजन पकाने और करने से कई तरह क बीमारियों से मुक्ति मिलती है.

लोहा
लगभग हर घर में लोहे के बर्तन का प्रयोग भी होता है. इसमें बने भोजन खाने से शरीर की शक्ति बढती है, इसमें आयरन होता है. लोहा कई रोग को खत्म करता है. शरीर में सूजन और पीलापन नहीं आने देता, लेकिन लोहे के बर्तन में खाना नहीं खाना चाहिए क्योंकि इसमें खाना खाने से बुद्धि को नुकसान होता है लेकिन लोहे के बर्तन में पानी पीना अच्छा होता है.

स्टील
स्टील के बर्तन से नुकसान नहीं होता. इसलिए ये ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. इसमें खाना बनाने और खाने से शरीर को कोई फायदा नहीं पहुँचता तो नुक्सान भी नहीं पहुँचता.

एलुमिनियम
एल्युमिनिय बोक्साईट का बना होता है. इसमें बने खाने से शरीर को सिर्फ नुक्सान होता है. यह आयरन और कैल्शियम को सोखता है इसलिए इससे बने खाने का का उपयोग नहीं करना चाहिए. इससे हड्डियां कमजोर होती है, मानसिक बीमारियाँ होती है, लिवर और नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंच सकता है. इसलिए अंग्रेज जेल के कैदी को इसमें खाना परोसा करते था.

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