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फैमिली गुरु: खरमास से मकर संक्रांति तक आपको हर अशुभ कार्य से बचाएंगे ये उपाय

इंडिया न्यूज के शो फैमिली गुरु में आज खरमास पर जय मदान बताएंगी की खरमास में क्या ना करें. साथ ही खरमास का अर्थ भी बताएंगी. इस महीने में बचने के तरीके भी बताएंगी. खरमास के महिने में किन उपाय को करने से होगा लाभ.

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family guru: these tips will keep you away from all the ominous work from kharmas to makar sankranti
  • December 16, 2017 7:10 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्ली: इंडिया न्यूज के शो फैमिली गुरु में आज खरमास पर बात की जाएगी. आपने खरमास के बारे में सुना होगा कि खरमास में कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है. खरमास में बहुत ही संभल कर रहना पड़ता है. आज आपको जय मदान बताएंगी की खरमास में क्या ना करें साथ ही खरमास का अर्थ भी बताएंगी. और इस महीने में बचने वाले तरीके भी जानेंगे. 

जानिए क्या है खरमास और ये कैसे लगता है.

सूर्य के एक राशि से दूसरी राशि में परिवर्तन को संक्रान्ति कहते हैं. जब दो पक्षों में संक्रान्ति नहीं होती है, तब अधिक मास होता है. जिसे मलमास या फिर खरमास भी कहते है. यह स्थिति 32 महीने और 16 दिन में होती है यानि लगभग हर तीन वर्ष बाद मलमास पड़ता है.
क्या है मलमास? खरमास लगने पर एक महीने तक के लिए सारे शुभ काम रोक दिए जाते हैं. सूर्य जब बृहस्पति की राशि धनु या फिर मीन में होता है तो ये दोनों राशियां सूर्य की मलीन राशि मानी जाती है. साल में दो बार सूर्य बृहस्पति की राशियों के संपर्क में आता है. पहले 15-16 दिसंबर से 14-15 जनवरी और दूसरा 14 मार्च से 13 अप्रैल. दूसरी बार में सूर्य मीन राशि में रहते हैं.

खरमास में क्या करना चाहिए और क्या नहीं

मलमास के आरम्भ के दिन श्रद्धा भक्ति से व्रत और उपवास रखना चाहिए. इस दिन पूजा – पाठ का बहुत महत्व होता है. मलमास के शुरुआत के दिन में शुभ काम करने का फल बहुत ज्यादा मिलता है. मलमास का व्रत करने वाले लोगों को पूरे महीने सादा और सात्विक जीवन जीना चाहिए. इस समय जमीन पर सोना चाहिए, शुद्ध शाकाहारी और सात्विक भोजन करना चाहिए, भगवान विष्णु का पूजन करना चाहिए. इससे बुरे काम का फल समाप्त हो जाता है और धन सौभाग्य की प्राप्ति होती है.

क्या करना चाहिए खरमास में

इस महीने में भगवत गीता, श्री राम जी की आराधना, कथा वाचन और विष्णु की उपासना करनी चाहिए. दान, पुण्य, जप और भगवान का ध्यान लगाने से कष्ट दूर हो जाते हैं.यह महीने भगवान शिव की आराधना के लिए फलदायी होता है. शिवजी के अलावा मलमास को भगवान विष्णु की पूजा के लिए भी अच्छा माना गया है. पूजा के साथ धार्मिक ग्रंथों में खरमास में एक मंत्र भी जपना चाहिए. मंत्र – गोवर्धनधरवन्देगोपालंगोपरूपिणम्.गोकुलोत्सवमीशानं गोविन्दं गोपिकाप्रियम्.ऐसी मान्यता है कि इस मंत्र का जप करते समय पीले वस्त्र धारण करने चाहिए, बहुत फायदा मिलता है. इसके साथ ही पूजा और हवन के साथ दान करना भी फायदेमंद होता है.

खरमास में क्या न करें.

मलमास में गृह प्रवेश, मुण्डन, यज्ञोपवीत, विवाह, घर बनाना, भूमि और प्रापर्टी में निवेश, नई गाड़ी, नया कारोबार जैसी चीजें नहीं करनी चाहिए. नए कपड़े पहनने से भी बचना चाहिए.

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