इंडिया न्यूज के खास शो फैमिली गुरु में सावन के पावन महीने में शनि कृपा दिलाने वाले उपाय बताए गए, इन से उपाय शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से बचाएंगे. जीवन में आए सभी संकट दूर हो जाएंगे. इस सावन भोले नाथ के साथ शनि देव को भी प्रसन्न कर सकते हैं.
नई दिल्ली. इंडिया न्यूज के खास शो फैमिली गुरु में आज सावन के महीने में शनि देव को प्रसन्न करने के उपाय और मंत्रो के बारे में बताया है. जिससे सावन में आप भोलेनाथ के साथ शनि देव को भी प्रसन्न कर सकते हैं. सूर्योदय से पहले फ्रेश हो जाएं. फिर पास के किसी भी शिव मंदिर में जाकर. शिवलिंग पर शुद्ध जल में काले तिल डालकर अर्पित करें. चंदन, अक्षत, सफेद फूल, बिल्वपत्र चढाएं. इसके बाद शनिदेव यंत्र स्थापित कर तेल अर्पित कर गंध, फूल, काले तिल, काला वस्त्र चढ़ाकर पूजा यंत्र की पूजा करें. शिवलिंग पर दूध से बनी मिठाई और शनि यंत्र पर तेल में तले खाने की चीजों का भोग लगाएं. शिव-शनि पूजा के बाद महामृत्युंजय मंत्र का एक माला 108 बार जाप करें
मंत्र जाप करने के बाद शिव-शनि की आरती करें. शिव आरती में शुद्ध घी और कर्पूर का प्रयोग करें और शनि आरती तेल के दीप से करें. पूजा-आरती के बाद शिव-शनि से खुद को सेहतमंद बनाने की प्रार्थना करें. बहादुर और व सुखी जीवन की कामना भी करें. अच्छा कुछ लोग ऐसे भी होंगे जो महामृत्युंजय मंत्र का ठीक से जप नहीं कर पाएंगे तो गलत जप करने से अच्छा है की आप पंचाक्षरी मन्त्र “नमः शिवाय” से जप करें और सामग्री ईश्वर पर अर्पित कर सकते हैं.
शनिदेव की पूजा भी बाकि देवी-देवताओं की पूजा की तरह ही होती है. सुबह उठकर स्नान कर लें. फिर लकड़ी के एक पाट पर काला वस्त्र बिछाकर उस पर शनिदेव की प्रतिमा या तस्वीर रखकर उसके दोनों और शुद्ध घी व तेल का दीपक जलाकर धूप जलाएं. शनिदेवता के इस प्रतीक स्वरूप को पंचगव्य, पंचामृत, इत्र आदि से स्नान करवायें. इसके बाद अबीर, गुलाल, सिंदूर, कुमकुम और काजल लगाकर नीले या काले फूल अर्पित करें. इसके बाद इमरती और तेल में तली चीजों का अपर्ण करें. पूजन के बाद शनि मंत्र का कम से कम एक माला जप भी करना चाहिये. माला जपने के बाद शनि चालीसा का पाठ करें और शनि महाराज की आरती करें.
श्रद्धा और भक्ति सबसे ज्यादा जरुरी है. कुछ भी गलती हो लेकिन अगर ये दोनों चीजें हैं तो भगवान आपसे कभी दुखी नहीं होते. आपके जन्मों के पापों का सर्वनाश हो जाता है. सावन में भोलेनाथ की पूजा का फल प्राप्त किया जा सकता है. विशेष शनि पीड़ा चाहे वो साढ़ेसाती हो या शनि की अनतरदशा हो, शनिजन्य चाहे कोई भी पीड़ा क्यों न हो. हर तरह के कष्टों से मुक्ति प्राप्त हो जाती है.
फैमिली गुरु: शनिवार का दिन होगा खास, शिनदेव की बुरी दृष्टि से मिलेगी मुक्ति
फैमिली गुरु: जानें सावन में मांगलिक दोष से मुक्ति दिलाने वाले अचूक उपाय
फैमिली गुरु: जानें सावन में मांगलिक दोष से मुक्ति दिलाने वाले अचूक उपाय