इंडिया न्यूज के खास शो फैमिली गुरु में पितरो को प्रसन्न करने के उपाय के बारे में बताया है. इन उपायो का प्रयोग करने से पितृ दोष से छुटकारा पाया जा सकता है. आसन बिछाकर पितृरों को एक मंत्र पढ़कर याद करना है जो बताना जा रही हूं. चंदन की माला से इस मंत्र की 1, 3 या 5 माला कर विष्णु आरती करें ऊँ ऐं पितृदोष शमनं हीं ऊँ स्वधा, आरती कर पीपल पूजा का जल घर में लाकर छिड़कें व प्रसाद घर-परिवार के सदस्यों को खिलाएं.
नई दिल्ली. इंडिया न्यूज के पॉपुलर शो फैमिली गुरु में पितृ दोष के बारे में बताया गया है. शो में बताया है कि किस तरह से पितृ दोष को दूर किया जा सकता है. पितृ ऋण से मुक्ति के लिये पितृपक्ष में पितरों का स्मरण बहुत ही शुभ फल देता है. इसके लिए श्राद्ध का महत्व बताया गया है. सही समय पर पितरों की शांति न होने पर परिवार में पितृदोष उत्पन्न होता है. यह पितृदोष जीवन में अनेक तरह रोग, परेशानियां और अशांति लाने वाला माना गया है.
अगर आप भी जीवन में तन, मन या आर्थिक परेशानियों से जूझ रहें हैं तो पितृदोष के संकेत हो सकते हैं. जिसके लिये पितृपक्ष या अमावस्या जैसी तिथियों पर श्राद्धकर्म, तर्पण अचूक उपाय है. एक उपाय नोट कीजिए वो है पीपल या वट की पूजा. पितरों को भगवान विष्णु का रूप भी बताया गया है. भगवान विष्णु का ही एक स्वरूप पीपल भी है. इसलिए यहां बताए सरल उपाय से श्राद्धपक्ष में पीपल पूजा करें
श्राद्धपक्ष में पीपल वृक्ष की गंध, अक्षत, तिल व फूल चढ़ाकर पूजा करें। दूध या दूध मिला जल चढ़ाकर पीपल के नीचे एक गोघृत यानी गाय के घी का दीप जलाएं. दूध से बनी खीर का भोग लगाएं. दीप जलाकर पीपल के नीचे स्वच्छ स्थान पर कुश का आसन बिछाकर पितृरों को एक मंत्र पढ़कर याद करना है जो बताना जा रही हूं. चंदन की माला से इस मंत्र की 1, 3 या 5 माला कर विष्णु आरती करें ऊँ ऐं पितृदोष शमनं हीं ऊँ स्वधा, आरती कर पीपल पूजा का जल घर में लाकर छिड़कें व प्रसाद घर-परिवार के सदस्यों को खिलाएं.