अगर आपकी शादी में परेशानी आ रही है, बात बनकर भी बिगड़ा जाती है तो अपनाएं ये 5 महाउपाय.
आजकल शादी का सीजन चल रहा है ऐसे में आप शादी से जुड़े 5 महाउपाय जरूर जान लीजिए.
पहला महाउपाय
काले घोड़े की नाल का छल्ला सीधे हाथ की मध्यमा अंगुली (मीडिल फिंगर) में पहनें।
दूसरा महाउपाय
किसी ना किसी वजह से शादी की बात टूट जाती है…?
शुक्ल पक्ष के पहले गुरुवार को सात केले, सात गौ ग्राम गुड़ और एक नारियल लेकर किसी नदी या सरोवर पर जाएं। अब कन्या को वस्त्र सहित नदी के जल में स्नान कराकर उसके ऊपर से जटा वाला नारियल ऊसारकर नदी में प्रवाहित कर दें। इसके बाद थोड़ा गुड़ व एक केला चंद्रदेव के नाम पर व इतनी ही सामग्री सूर्यदेव के नाम पर नदी के किनारे रखकर उन्हें प्रणाम कर लें। गुड़ को प्रसाद के रूप में गाय को खिला दें। इस उपाय से कन्या का विवाह शीघ्र ही हो जाएगा।
तीसरा महाउपाय
चलिए अब आपको आज का तीसरा महाउपाय बताती हूं …. क्या आपकी लड़की की शादी नहीं हो रही…
पूजा वाले 5 नारियल लें ! भगवान शिव की मूर्ती या फोटो के आगे रख कर “ऊं श्रीं वर प्रदाय श्री नामः” मंत्र का पांच माला जाप करें फिर वो पांचों नारियल शिव जी के मंदिर में चढा दें ! विवाह की बाधायें अपने आ प दूर होती जांयगी
चौथा महाउपाय
देखिये ग्रहों की वजह से भी शादी में देरी होती है … तो आज का चौथा महाउपाय है जिसकी कुंडली में सुर्य ग्रह की वजह से शादी नहीं हो रही है ?
उसे रोज ब्रह्ममुहूर्त में उठकर नहाने के बाद सूर्य को जल देना चाहिए और एक मंत्र बता रही हूं उसका जाप सुर्य को जल देते हुए बोलना है मंत्र है… ऊँ सूर्याय: नम:… इसे करें देखिए सुर्य ग्रह के शुभ परिणाम मिलने लगेंगे …
पांचवा महाउपाय
आज का पांचवा महाउपाय मेरे उन दर्शकों के लिए है जिनकी शादी में बहुत देरी हो चुकी है सारी उम्मीदें खत्म हो चुकी हैं…?
कुंडली में मंगल के कारण भी शादी में देरी होती है ऐसे में चांदी का चौकोर टुकड़ा हमेशा अपने पास रखें। विवाह के जल्दी योग बनेंग….
कैसे और कब करें सुंदर कांड का पाठ
अगर आप किसी भी समस्या से परेशान हैं कोई भी रास्ता नहीं मिल रहा तो आपको राम चरित मानस को पढ़ने की जरुरत है. और उसमे भी सुंदर कांड का पाठ कीजिए. जानिए वो 11 चौपाई जिनका पाठ करने भर से संकट दूर होते हैं.
सबसे पहले आपको चौपाई का पाठ कैसे करना है ये जानिए. सुबह स्नान कर साफ कपड़े और साफ दिमाग के साथ हनुमान जी को लाल चंदन, सिंदूर, सुगंधित फूल चढ़ाएं. सुंगधित धूप बत्ती लगाकर लाल आसन पर दक्षिण दिशा में मुंह रख मूंगे की माला से आपको चौपाई का जप करना है. आपको कम से कम 108 बार चौपाई का जाप करना है.
हनुमान अंगद रन गाजे।
हांक सुनत रजनीचर भाजे।
अगर मनोकामना पूरी नहीं हो रही तो जानिए इसके लिए आपको किस चौपाई का जप करना है.
‘कवन सो काज कठिन जग माही।
जो नहीं होइ तात तुम पाहीं।।’
जिंदगी से दुख और डर को मिटाने के लिए आपको किस चौपाई का जप करना है.
‘रामकथा सुन्दर कर तारी।
संशय बिहग उड़व निहारी।।’
ये चौपाई पढ़ने से डर दूर होता है
‘मामभिरक्षय रघुकुल नायक।
धृतवर चाप रुचिर कर सायक।।’
अगर आपको भगवान राम की कृपा पानी है तो
‘सुनि प्रभु वचन हरष हनुमाना।
सरनागत बच्छल भगवाना।।’
किसी भी संकट से खुद को बचाने के लिए
‘राजीव नयन धरें धनु सायक।
भगत बिपति भंजन सुखदायक।।’
बीमारी और दुश्नों से खुद को बचाने के लिए
‘दैहिक दैविक भौतिक तापा।
राम राज नहिं काहुहिं ब्यापा।।’
सुन्दरकाण्ड का पाठ वैसे तो करते रहना चाहिए. लेकिन अगर आपको कुछ खास समस्याएं हैं तो सुंदर कांड का पाठ जरुर करें.
सुंदर कांड का पाठ करने से स्टूडेंट को ज्यादा फायदा होता है… कांफिडेंस बढ़ता है. यादाश्त अच्छी होती है. इससे एग्जाम में नंबर अच्छे आते हैं. इससे बुद्धि तेज होती है इसलिए बचपन से ही स्टूडेंट्स को सुंदर कांड का पाठ करवाना शुरु कर दीजिए.
सुंदर कांड का पाठ मन को शांति और सुकून देता है मानसिक परेशानियों और दिक्कतों से ये छुटकारा दिलवाने में कारगर है जिन लोगों के घर में बहुत लड़ाई होती है उनको सुंदर कांड का पाठ शुरु कर देना चाहिए घर में शांति मिलेगी.अगर घर का मुखिया चाहे पिता हो या माता या दादा दादी जो भी मुखिया हो अगर वो सुंदरकांड का पाठ करेगा तो ज्यादा असर पड़ेगा. बाकी परिवार वाले भी साथ में पाठ करें.
घर में या अपने आप में कोई भी निगेटिव एनर्जी दूर करने का ये अचूक उपाय है,
अगर आप सुनसान जगह पर रहते है और किसी अनहोनी का डर लगा रहता हो तो उस स्थान या घर पर इसका रोज पाठ करने से हर तरह की दिक्कत या डर से मुक्ति मिलती है.
जिनको बुरे सपने आते हो रात को बेकार का डर लगता है वो सुंदर कांड का पाठ करें.
जो लोग क़र्ज़ से परेशान है उनको ये पाठ शांति भी देता है और क़र्ज़ मुक्ति में सहायक भी होता है.
जिस घर में बच्चे माँ पिता जी के संस्कार को भूल चुके हो, गलत संगत में लग गए हो और माँ पिता जी का अनादर करते हो वहा भी ये पाठ करना चाहिए बड़ों की इज्जत करना सीखेंगे.
किसी भी तरह की बीमारी हो तो सुंदर कांड का पाठ करें लेकिन डॉक्टर से इलाज कराते रहे.
नौकरी में प्रमोशन में भी ये पाठ विशेष फलदाई होता है. घर का कोई भी सदस्य घर से बाहर हो आपको उसकी कोई जानकारी मिल पा रही हो या न भी मिल पा रही हो तो भी आप अगर इसका पाठ करते है तो उसको लाभ होगा.
सुंदर कांड है क्या?
श्रीरामचरितमानस के सुंदरकांड में बजरंग बली की महिमा का बताई गई है… इसमें हनुमान जी के विजय का गान किया गया है जो पढ़ने वाले में कांफिडेंस पैदा करता है.
सीता माता के साथ हनुमान जी की भेंट को सुंदरकांड में शामिल किया गया है, यही रामायण का सबसे जरुरी भाग भी माना गया है।
सीता माता की खोज में पवनपुत्र हनुमान त्रिकुटाचल पर्वत यानि तीन पर्वतों की श्रृंखला पर बसी लंका पहुंचे थे। पहला पर्वत है सुबैल पर्वत, जहां राम और रावण का युद्ध हुआ था, दूसरा पर्वत है नील पर्वत जहां राक्षसों का निवास स्थान था।
वहीं तीसरा पर्वत है सुंदर पर्वत, जहां अशोक वाटिका स्थापित थी। यह पर्वत बेहद खूबसूरत और सुंदर था। अशोक वाटिका में ही सीताजी और हनुमान जी की पहली बार भेंट हुई थी।
यहां हुई घटनाओं को ही सुंदरकांड में बताया गया है. आपने देखा होगा कि बहुत से शुभ अवसरों पर सुंदरकांड का पाठ भी किया जाता है। कहा तो ये भी जाता है कि कोई शंका, भय या परेशानी हो तो सुंदरकांड का पाठ करने से हालात बहतर बनते हैं.
सुंदरकांड पाठ की सबसे खास बात यह है कि इससे ना सिर्फ हनुमानजी का आशीर्वाद मिलता है बल्कि भगवान श्रीराम का भी आर्शीवाद प्राप्त होता है।
कुंडली के बिगड़े ग्रहों को संवार देता है सुंदरकांड का पाठ. शनिवार या मंगलवार को सुंदरकांड का पाठ करने वाले को सभी संकटों से छुटकारा मिलता है और अनेक अच्छे परिणाम सामने आते हैं। इसके पाठ से घर में मौजूद निगेटिव एनर्जी घर से चली जाती हैं। साथ ही घर के सदस्यों पर आए बड़े से बड़े संकट टल जाते हैं। इसके अलावा अगर शनि, राहु, केतु या अन्य कोई ग्रह बुरा असर दे रहा है तो वो भी टल जाता है। शनि की साढ़े साती और ढैय्या में इसका प्रयोग विशेष रूप से किया जाता है।
वैसे तो पैसा हर घर की समस्या होता है. लेकिन आज कल ये समस्या कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है. लेकिन इस समस्या का इलाज भी हनुमान जी की मूर्ति और उनसे जुड़े वास्तु में छिपा हुआ है.
आपके घर में 6 चीजों का होना सबसे ज्यादा जरुरी है.
लक्ष्मी-कुबेर की तस्वीर
वास्तु के अनुसार घर के मेन गेट में माँ लक्ष्मी, भगवान कुबेर और स्वास्तिक का चिन्ह लगाने से घर में धन की कभी कमी नहीं रहती.
पानी से भरी सुराही
वास्तु के अनुसार घर की उत्तर दिशा में सुराही रखनी चाहिए. इससे घर में धन की कमी नहीं रहती. अगर सुराही ना हो तो आप मिट्टी का छोटा घड़ा भी रख सकते हैं. अगर इसमें पानी खत्म हो जाये तो इसे दुबारा भर दें.
हनुमान जी की मूर्ति
वास्तु के अनुसार घर में हनुमान जी की मूर्ति रखना बहुत ही शुभ माना जाता है. इसलिए घर की दक्षिण पश्चिम दिशा में हनुमान जी की मूर्ति रखनी चाहिए.
घर में रखें पिरामिड
वास्तु के अनुसार घर में पिरामिड रखना शुभ माना जाता है. पिरामिड को घर के उस स्थान में रखना चाहिए जहां पर परिवार के सदस्य सबसे ज्यादा समय बीताते हैं. इससे घर के सदस्यो की आमदनी में बढ़ोतरी होती है.
मेटल का बना कछुआ और मछली
मोटल का बना हुआ कछुआ और मछली घर में रखना शुभ माना जाता है. इससे घर में होने वाली अनेक समस्याएं समाप्त हो जाती हैं.
वास्तु देवता की मूर्ति
घर में वास्तु देवता की मूर्ति रखने से घर में हो रहे सभी वास्तु दोष समाप्त हो जाते हैं तथा घर धन-धान्य से भरा रहता है.
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