इंडिया न्यूज के कार्यक्रम फैमिली गुरु में जय मदान ने बताया कि दो-चार मोरपंखों को – “ ऊं अन्नपूर्णाय नम: जाग्रय स्थापय स्वाहा ”- मंत्र से अभिमंत्रित कर दें.इसके बाद रसोई में भोजन बनाने वाले स्थान से दूरी पर लगाएं और इन पंखों के नीचे मौली बांध दें.
नई दिल्ली. इंडिया न्यूज के कार्यक्रम फैमिली गुरु में जय मदान ने बताया कि देवी का पांचवां रूप मां स्कंदमाता कार्तिकेय की मां के रूप में भी पूजी जाती हैं. कार्तिकेय शिव-पार्वती के बड़े पुत्र हैं. कार्तिकेय की सवारी मोर है जो अहंकार और बुरी इच्छाओं का विनाश करता है. इसलिए नवरात्र के इस खास अवसर पर आपको मोरपंख से जुड़े कुछ खास मंत्र और वास्तु टिप्स देना बहुत जरुरी हैं. आपेक बहुत काम आएंगे.
घर के दक्षिण-पूर्व में मोर पंख लगाने से रुपये-पैसे में बढ़ोतरी होती है और कष्ट कटते हैं.
1. घर की आगमन ठीक करने का उपाय – दरवाजे पर तीन मोर पंख लगाएं. पहले इन्हें इस मंत्र से अभिमंत्रित करें-
” ऊं द्वारपालाय नम: जाग्रय स्थापय स्वाहा “, फिर इन पंखों के नीचे गणपति की छोटी प्रतिमा लगाएं.
2. पूजा स्थान का उपाय – घर का पूजा स्थान वास्तु के अनुसार नहीं है तो यह छोटा सा उपाय ठीक कर देगा. पूजा स्थान पर कुमकुम का तिलक लगाएं.“ ऊं कूर्म पुरुषाय नम: जाग्रय स्थापय स्वाहा ” – मंत्र से मोर पंखों को अभिमंत्रित करें. इन मोरपंखों को पूजा स्थान में सजाएं.
3. रसोई का उपाय- रसोई में दो-चार मोरपंख लगाएं. भोजन बनाने वाले स्थान से दूरी पर लगाएं. इन पंखों के नीचे मौली बांध दें.
इन पंखों को – “ ऊं अन्नपूर्णाय नम: जाग्रय स्थापय स्वाहा ”- मंत्र से अभिमंत्रित करके लगाएं.
4. कालसर्प का उपाय- कालसर्प दोष होने पर आपको सिरहाने मोरपंख रखना है. इसके साथ बेडरूम में पश्चिम की दीवार पर 11 मोरपंखों का पंखा लगाएं. बाधा कहां चली गई, पता ही नहीं चलेगा.
5. राहु का उपाय- राहु का दोष दूर करने के लिए मोरपंख घर की पूर्वी और उत्तर-पश्चिम दिशा में लगाएं. इससे घर में सर्प, बिच्छु आदि विषैले जीव भी नहीं आते.
6. बच्चों के लिए- बच्चों में यदि शरारतें और हुल्लड़बाजी की आदतें जड़ पकड़ गई हैं तो उन्हें मोरपंख से हवा करें. बच्चा आपके अनुशासन में चलने लगेगा.
7. शत्रुनाश के लिए- शत्रुओं के मन से कड़वाहट हटाने के लिए या उनकी गड़बड़ियों को खत्म करने के लिए हनुमानजी के माथे से सिंदुर लेकर मोरपंख पर उस शत्रु का नाम लिख दें. यह काम मंगलवार या शनिवार रात को करें. इस मोर पंख को घर के पूजा स्थान में रख दें. सुबह इसे बहते पानी में प्रवाह कर दें, शत्रुता खत्म हो जायेगी.
ध्यान रहे, मोरपंख से जुड़े सभी उपायों में नेचुरल तरीके से ही मिले मोरपंखों को इस्तेमाल करें. मोर को नुकसान कभी ना पहुंचाएं. ये कानूनी तौर से भी सही नहीं है और इस तरीके से भगवान भी प्रसन्न नहीं होते.
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