फैमिली गुरु: जानिए नवरात्र में कैसे करनी है देवी के तीसरे रूप मां चन्द्रघण्टा की पूजा

नवरात्र के तीसरे दिन आप मां दुर्गा को सफेद फूलों की माला चढ़ाएं क्यों कि सफेद फूल मां चन्द्रघण्टा को बेहद पसन्द हैं. चम्पा का फूल चढ़ाएं और चम्पा के फूल का ईत्र भी चढ़ाएं.

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फैमिली गुरु: जानिए नवरात्र में कैसे करनी है देवी के तीसरे रूप मां चन्द्रघण्टा की पूजा

Aanchal Pandey

  • March 19, 2018 4:49 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्ली. इंडिया न्यूज के कार्यक्रम फैमिली गुरु में जय मदान ने बताया कि नवरात्र के तीसरे दिन आपको मां चन्द्रघण्टा की पूजा कैसे करनी है. तीसरे दिन की पूजा का विधान दूसरे दिन की तरह ही है बस थोड़ा बहुत अंतर होता है जिसके लिए आपको जानना जरुरी है क्योंकि कोई गलती नहीं होनी चाहिए. वैसे अगर कोई गलती हो भी गई तो मां से सच्चे दिल से क्षमा मांग लीजिए. मां बहुत दयालु है अपने भक्तों पर कभी नाराज नहीं होती. बस मन में श्रद्धा होनी चाहिए. अब पूजा की विधि जानते हैं.

नवरात्र के तीसरे दिन आप मां दुर्गा को सफेद फूलों की माला चढ़ाएं क्यों कि सफेद फूल मां चन्द्रघण्टा को बेहद पसन्द हैं. चम्पा का फूल चढ़ाएं और चम्पा के फूल का ईत्र भी चढ़ाएं. तीसरे दिन भी आप सबसे पहले कलश और उसमें उपस्थित देवी-देवता की पूजा अराधना करें. फिर माता के परिवार के देवता, गणेश, लक्ष्मी , विजया , कार्तिकेय , देवी सरस्वती , एवं जया नामक योगिनी की पूजा करें. फिर देवी चन्द्रघंटा की पूजा अर्चना करें. चन्द्रघंटा का मंत्र मैने आपको पहले ही नोट करवा दिया है.

नवरात्री में दुर्गा सप्तशती पाठ किया जाता हैं – दुर्गा सप्तशती पाठ विधि भोले शंकर को पति रूप में प्राप्त करने के लिए माता ने महान व्रत किया उस महादेव की पूजा भी आदर पूर्वक करें क्योंकि इनकी पूजा न होने से देवी की कृपा नहीं मिलती है और आखिरी में ब्रह्मा जी के नाम से जल, फूल, अक्षत, समेत सभी सामग्री हाथ में लेकर ऊं ब्रह्मणे नम: कहते हुए सामग्री भूमि पर रखें और दोनों हाथ जोड़कर सभी देवी देवताओं को प्रणाम करें. इसके बाद मां दुर्गा की आरती कर क्षमा प्रार्थना पढ़ें.

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