Family Guru Jai Madaan: इंडिया न्यूज के खास शो फैमिली गुरु में जय मदान ने शो पांच महाउपाय के बारे में बताया है ये पांच उपाय जीवन की सभी परेशानी को हमेशा के लिए दूर कर देंगे. क्या दुकान या गल्ले पर नेगेटिव एनर्जी का साया है शम्मी के पेड़ की लकड़ी को पान के पत्ते में लपेटकर पैसे के गल्ले में रखना है. इससे हर तरह की नेगेटिव एनर्जी बेअसर हो जाती है
नई दिल्ली. Family Guru Jai Madaan: इंडिया न्यूज के खास शो फैमिली गुरु में जय मदान ने हर बार की तरह पांच महाउपाय के बारे में बताया है ये पांच उपाय जीवन की सभी परेशानी को दूर कर देंगे. पहला महाउपाय- क्या दुकान में ग्राहक आने कम हो गए हैं ? अगर आपकी दुकान या बिज़नेस में कस्टमर्स नहीं आ रहे है तो आप मिटटी के चार बर्तन लेकर एक में जौ , दूसरे में काले तिल , तीसरे में साबुत हरे मूंग और चौथे में पीली सरसों भर कर रख दें. ये चारों बर्तन साल भर के लिए रखे जाते है फिर एक साल बाद उन्हें चलते पानी में विसर्जन कर दिया जाता है, इस प्रकार करते रहने से ग्राहक आपकी दूकान की तरफ आकर्षित हो जायेंगे.
दूसरा महाउपाय- अगर आपको लगता है कि नेगेटिव एनर्जी की वजह से दुकान नहीं चल रही तो ये उपाय कीजिए ? शनिवार को सुबह पांच पीपल के पत्ते और आठ पान के साबुत डंडीदार पत्ते लेकर लाल धागे में पिरोकर दूकान में पूर्व की तरफ बाँध दें और ऐसा अगर आप हर शनिवार करें तो अगर किसी भी तरह की नेगेटिव एनर्जी है तो वो बेअसर हो जायेगी तथा आपका लाभ बढ़ जाएगा
तीसरा महाउपाय- बिजनेस में लगाया पैसा वापस नहीं आता ? गाय के खुर यानि पैर की मिटटी, किसी भी मंदिर के दरवाजे की मिटटी, भगवान लक्ष्मी नारायण मंदिर के दरवाजे की मिटटी और अस्तबल मतलब घुड़साल की मिटटी एक ताम्बे के लोटे में भरकर दूकान में रखे उस मिटटी में सात अगरबत्ती गिनकर डेली लगाएं और घर जाते समय पांच अगरबत्ती गिनकर लगाएं तो ऐसा डेली करने से दुकानदारी में वृद्धि होगी और क़र्ज़ उतरने लगेगा. और आपसे उधार लिया हुआ पैसा भी लोग लौटाना शुरु कर देंगे
चौथा महाउपाय- क्या दुकान या गल्ले पर नेगेटिव एनर्जी का साया है शम्मी के पेड़ की लकड़ी को पान के पत्ते में लपेटकर पैसे के गल्ले में रखना है. इससे हर तरह की नेगेटिव एनर्जी बेअसर हो जाती है
पांचवा महाउपाय- क्या दुकानदारी बिल्कुल ठप्प हो गई है ? रविवार को पान खाकर दूकान या ऑफिस खोलना चाहिए अगर आप पान नहीं खाते है तो एक पान का पत्ता साथ में ले जाना चहिये शाम को उसे किसी मंदिर में चढ़ा दें. फिर देखिए दुकानदारी चलने लगेगी.