नई दिल्ली: कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को बैकुंठ चतुर्दशी कहते हैं. इस दिन बैकुंठाधिपति भगवान विष्णु की पूजा का विधान है. ऐसी मान्यता है कि चातुर्मास के दौरान भगवान विष्णु सृष्टि का भार भगवान शंकर को सौंप देते हैं. इन चार महीनों में सृष्टि का संचालन शिव ही करते हैं. चार महीने सोने के बाद देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु जागते हैं और बैकुंठ चतुर्दशी के दिन भगवान शंकर सृष्टि का भार फिर भगवान विष्णु को सौंपते हैं. इस दिन पूजन और व्रत रखना चाहिए उसका तरीका जान लीजिए.
पहला महाउपाय
शनि की साढ़े साती से परेशान हैं हर काम बनते बनते बिगड़ जाता है ?
थोड़े से चने लोहे की नयी बाल्टी में डाल दें. पानी से भर दें. शुक्रवार की रात ये उपाय करें. शनिवार की सुबह उस पानी वाली बाल्टी में अपनी छाया देखें. पानी घर के बाहर पीपल के पेड़ पर डालें. चनें बहुत शुद्ध पानी में, 1 मुट्ठी ‘ऊँ सूर्य पुत्राय नम:’ कहकर प्रवाहित करें. जब तक चने समाप्त न हो ये उपाय जारी रखें. बाल्टी किसी शनि के दान मांगने वाले को 1 किलो सरसों के तेल डालकर, कुछ सिक्के डालकर दान करें.
दूसरा महाउपाय
क्या पढ़ाई में मन नहीं लगता ?
मंगलवार के दिन हनुमान मंदिर से सिंदूर का चोला चढ़ायें और मंदिर के ऊपर एक झंडा लाल रंग का लगा दें. झंडे के बीच में सिंदूर से लिखें ‘श्रीराम’. नीचे सिंदूर से लिखें ‘बल बुद्धि विद्या देहु, मोरि हरक कलेश विकार’. पढ़ाई में एकाग्रता बढ़ेगी.
तीसरा महाउपाय
क्या नौकरी या फिर दुकान कारोबार में फायदा नहीं हो रहा ?
पीतल के लोटे में गंगा जल भरकर ‘चांदी’ और सोने का मेटल डालकर सिर से ऊपर के स्थान पर NORTH EAST पर रखें. तथा ‘ऊँ गंगाधराय नम:’ मंत्र को 11 बार बोलें. नौकरी के अवसर मिलते है व्यापार में लाभ होता है.
चौथा महाउपाय
क्या आपको आर्थिक लाभ नहीं हो रहा ?
पीतल के लोटे में जल और गाय का दूध मिलाकर शुक्ल पक्ष में सिरहाने रखकर सो जायें. सुबह ये दूध मिश्रित जल पीपल वृक्ष पर श्रद्धापूर्वक चढ़ा दें. ये उपाय 11 दिन तक लगातार करें. सोमवार से यह प्रयोग आरंभ करें आर्थिक लाभ जरुर होगा.
पांचवा महाउपाय
क्या कोई आपके खिलाफ साजिश कर रहा है ?
काले घोड़े की नाल या अंगूठी ‘कृत्तिका नक्षत्र’ वालें दिन घर के प्रवेश द्वार या अंगुली में धारण करने से किसी के किये साजिश का आप पर असर नहीं होगा.
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