क्या लड़की की शादी नहीं हो रही या फिर बाधा आ जाती है तो करें ये महाउपाय ?

देवउठनी एकादशी पूजा का खास महत्त्व है, आज शाम को पूरे विधि विधान से भगवान विष्णु की पूजा करने से विशेष फल मिलता है. जैसा मैने आपको शो की शुरुआत में बताया था कि इस बार देव उठनी एकादशी दो दिन की है तो दूसरे दिन पड़ने वाली देव उठनी एकादशी को दूजी एकादशी के नाम से जाना जाता है.

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क्या लड़की की शादी नहीं हो रही या फिर बाधा आ जाती है तो करें ये महाउपाय ?

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  • October 31, 2017 11:35 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: देवउठनी एकादशी पूजा का खास महत्त्व है, आज शाम को पूरे विधि विधान से भगवान विष्णु की पूजा करने से विशेष फल मिलता है. जैसा मैने आपको शो की शुरुआत में बताया था कि इस बार देव उठनी एकादशी दो दिन की है तो दूसरे दिन पड़ने वाली देव उठनी एकादशी को दूजी एकादशी के नाम से जाना जाता है. देवउठनी एकादशी आज शाम 7 बजकर 3 मिनट से शुरु हुई है और ये तिथि कल शाम 6 बजकर 55 मिनट तक है. जो आज व्रत कर रहे हैं उनको कल सुबह 6 बजकर 36 मिनट से लेकर 8 बजकर 47 मिनट के बीच व्रत तोड़ देना है.
 
देवउठनी एकादशी का दिन बहुत विशेष है. अगर आपने अभी तक शादी के कार्ड बांटने शुरु नहीं किए या शादी की शॉपिंग करनी है या शादी की कोई भी शुभ डेट नहीं निकल रही तो आज का दिन सबसे शुभ है. इनफेक्ट अगर आप अपने बेटे या बेटी के लिए रिश्ता देख रहे हैं तो आज के दिन बात पक्की करने से ज्यादा शुभ कुछ हो नहीं सकता और इस बार तो दो दिन की देव उठनी एकादशी है तो आप कल भी रिश्ता पक्का कर सकते हैं.
 
इसे पाप विनाशिनी एकादशी भी कहा जाता है. पुराणों के अनुसार इस दिन उपवास रखने से तीर्थ दर्शन, हजार अश्वमेघ यज्ञ और सौ राजसूय यज्ञ का पुण्य मिलता है. माना जाता है इस दिन ब्रह्मा जी ने स्वयं नारद मुनि को बताया था की, इस दिन व्रत करने से मनुष्य के पापो का नाश हो जाता है. इस व्रत को करने से बड़ी से बड़ी मनोकानमायें भी पूर्ण हो जाती है, इस दिन जागरण का बेहद खास महत्व होता है. देव उठनी एकादशी व्रत की कथा सुनने और पढ़ने से 100 गौ माताओं के दान का पुण्य मिलता है लेकिन इस व्रत का पूर्ण फल तभी मिलता है जब व्यक्ति पूरी विधि के साथ इसका पालन करता है.
 
पहला महाउपाय
क्या लड़की की शादी नहीं हो रही ?
कन्या की शादी में कोई रूकावट आ रही हो तो पूजा वाले 5 नारियल लें, भगवान शिव की मूर्ती या फोटो के आगे रख कर “ऊं श्रीं वर प्रदाय श्री नामः” मंत्र का पांच माला जाप करें फिर वो पांचों नारियल शिव जी के मंदिर में चढा दें, विवाह की बाधायें अपने आप दूर होती जांयगी.
 
दूसरा महाउपाय
क्या हर बार शादी होते होते टूट जाती है ?
प्रत्येक सोमवार को कन्या सुबह नहा-धोकर शिवलिंग पर “ऊं सोमेश्वराय नमः” का जाप करते हुए दूध मिले जल को चढाये और वहीं मंदिर में बैठ कर रूद्राक्ष की माला से इसी मंत्र का एक माला जप करें. विवाह की सम्भावना शीघ्र बनती नज़र आयेगी.
 
तीसरा महाउपाय
क्या शादी से ठीक पहले कोई बाधा आ जाती है ?
शादी वाले दिन से एक दिन पहले एक ईंट के ऊपर कोयले से “बाधायें” लिखकर ईंट को उल्टा करके किसी सुरक्षित स्थान पर रख दीजिये और शादी के बाद उस ईंट को उठाकर किसी पानी वाले स्थान पर डाल कर ऊपर से कुछ खाने का सामान डाल दीजिये, शादी विवाह के समय में बाधायें नहीं आयेंगी.
 
चौथा महाउपाय
क्या शादी तय होने के बाद टूट जा रही ?
शुक्ल पक्ष के गुरूवार से शुरू करके विष्णु और लक्ष्मी मां की मूर्ती या फोटो के आगे “ऊं लक्ष्मी नारायणाय नमः” मंत्र का रोज़ तीन माला जाप स्फटिक माला पर करें. इसे शुक्ल पक्ष के गुरूवार से ही शुरू करें. तीन महीने तक हर गुरूवार को मंदिर में प्रशाद चढांए और विवाह की सफलता के लिए प्रार्थना करें.
 

पांचवा महाउपाय
क्या आपकी शादी के लिए मनमाफिक रिश्ता नहीं मिल रहा ?
गुरूवार को वट वृक्ष, पीपल, केले के वृक्ष पर जल अर्पित करने से विवाह बाधा दूर होती है.
गौरी आवे ,शिव जो ब्यावे.अमुक का विवाह तुरंत सिद्ध करेँ,
देर ना करेँ, जो देर होए , तो शिव को त्रिशूल पड़े,
गुरु गोरखनाथ की दुहाई फिरै ।।
अमुक के स्थान पर जिस लड़की का विवाह न हो रहा हो उसका नाम लिख सकते हैं.

(वीडियो में देखें पूरा शो)

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