नई दिल्ली: दिवाली के शुभ अवसर पर विभिन्न सभी राशियों पर ग्रहों की चाल और महादशा-अन्तर्दशा प्रभाव पड़ता है. इसके अलावे समय-समय पर ग्रहों की चाल बदलती रहती है. इसलिए जरूरी है कि दिवाली में आप अपनी राशि और दशा के अनुसार उपाय कर इच्छा के अनुसार फल पा सकते हैं.
मेष राशि
इस राशि के जातक दिवाली में पांच-छः दिनों तक गुस्सा बिल्कुल ना करें. किसी से भी मुफ्त में कोई भी चीज न लें, अगर कोई उपहार या भेंट मिलता है तो इसके बदले भेंट करें. दिवाली के दिन खास कर लक्ष्मी और गणेश की पूजा लाल वस्त्र, लाल फूल और लाल चन्दन से करें. इसके अलावे दक्षिण-पश्चिम कोने में सरसों तेल का दिया पूरी रात जलाएं. फिर कम से कम 11 बार महा मृत्युंजय मंत्र का जाप करें
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातक दिवाली खासकर दिवाली के दिन नए रेशमी कपड़ा पहने साथ ही सुगंधित इत्र अवश्य लगाएं. किसी भी मंदिर में गणेश जी को गुड़ का भोग लगाएं. इसके अलावे पीतल के पात्र में थोड़ा शहद रखें और ढक्कन बंद कर इसे घर में रखें. घर के मुख्य दरवाजे पर दो घी के दीपक जलाएं. ‘ऊँ ऐं क्लीं श्रीं’ का जाप स्फटिक की माला पर करें.
मिथुन राशि
दिवाली की रात में शुभ मुहूर्त में माता लक्ष्मी को नारियल चढाएं. मसालेदार खाना से परहेज रखें. किसी के साथ भी कड़वे वचन का प्रयोग नहीं करें. महिलाओं के साथ नम्रता के साथ पेश आएं. स्त्रियों क सम्मान करें और उनसे आशीर्वाद लें. लक्ष्मी पूजा की रात दक्षिणावर्ती शंख से माता लक्ष्मी की पूजा करें और उसे लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखें.
कर्क राशि
इस राशि के जातक को इस दिन सोना धारण करना अच्छा माना गया है. माथे पर केसर का तिलक लगाएं. किसी पंडित या जरुरतमंद आदमी को सवा किलो उरद का दान करें. खासकर धनतेरस की शाम को पीपल के जड़ में तेल का पंचमुखी दीपक जलाएं. इस दिन अपनी माता या माता समान नारी के हाथों अरवा चावल के कुछ दाने उपहार में लें. इस लाल रंग के वस्त्र में बांधकर तिजोरी में रखें.