फैमिली गुरु: रात के इतने बजे ही करें मां कालरात्रि की पूजा, मिलेगा ये चमत्कारी फल
नवरात्रों के सातवें दिन मां कलरात्रि की पूजा की जाती है. माता के इस सातवें रूप को कालरात्रि कहा जाता है, इस वर्ष 27 सितंबर 2017 के दिन मां कालरात्रि जी की पूजा की जाएगी. मां कालरात्रि अपने भक्तों को सदैव शुभ फल प्रदान करने वाली होती है इस कारण इन्हें शुभंकरी भी कहा जाता है.
September 26, 2017 11:24 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: नवरात्रों के सातवें दिन मां कलरात्रि की पूजा की जाती है. माता के इस सातवें रूप को कालरात्रि कहा जाता है, इस वर्ष 27 सितंबर 2017 के दिन मां कालरात्रि जी की पूजा की जाएगी. मां कालरात्रि अपने भक्तों को सदैव शुभ फल प्रदान करने वाली होती है इस कारण इन्हें शुभंकरी भी कहा जाता है.
मां कालरात्रि का स्वरूप देखने में अत्यंत भयानक है, इऩका वर्ण अंधकार की भांति काला है, कश बिखरे हुए हैं, कंठ में विद्युत की चमक वाली माला है, मां कालरात्रि के तीन नेत्र ब्रह्माण्ड की तरह विशाल व गोल है, जिनमें से बिजली की भांति किरणें निकलती रहती हैं, इनकी नासिका से श्वास तथा नि: श्वास से अग्नि की भयंकर ज्वालायें निकलती रहती हैं.
मां का यह उत्पन्न करने वाला स्वरूप केवल पापियों का नाश करने के लिए है. आज आपको फैमिली गुरु जय मदान बताएंगी की इस तरह से कालरात्रि की पूजा करने से आपको मनचाहा फल मिलेगा.