नई दिल्ली: ज्योतिष शास्त्र में मोर के पंख को पुरे नौ ग्रहों का प्रतिनिधि माना है, और मुख्य तौर पर मोरपंख के कुछ ऐसे रामबाण उपाय बताए गए हैं जिन्हें किसी भी शुभ मुहूर्त में करने मात्र से सभी समस्याओं का तुरंत हल मिल जाता है.
अगर आपके कोई भी काम रुके हुए हैं या आपके मन में बहुत अधिक धन-वैभव की इच्छा है तो आपको श्रीराधाकृष्ण के मंदिर में मोर के पंख की स्थापना करवानी होगी. नित्य दिन उस प्रतिमा की पूजा करें और 40वें दिन उस मोर के पंख को अपने साथ लाकर तिजोरी या लॉकर में रख दें.
उस समय से ही धन-संपत्ति में वृद्धि होना आरंभ हो जाएगी और लंबे समय से रुके पड़े काम भी स्वयं पूरे होने लगेंगे. कोई भी व्यक्ति आपको बहुत ज्यादा परेशान या झगड़ा कर रहा हो तो किसी भी मंगलवार या शनिवार के दिन को मोर पंख पर हनुमानजी की मूर्ति के मस्तक के सिंदूर से केवल एक मोरपंख पर अपने दुश्मन का नाम लिखें तथा अपने घर के मंदिर में उसे रात भर रखें.
अब आपको सुबह उठते ही बिना नहाए-धोए तथा बिना किसी से बोले प्रवाहित नदी के पानी में उस मोर के पंख को बहा दें. ऐसा करने मात्र से ही बड़े से बड़ा दुश्मन भी मित्र बन जाता है और वह आपको साथ देने लगता है.
राहू के दुष्प्रभाव को दूर करने के लिए
मोर कालसर्प का शत्रु है, इसलिए जिन लोगों की जन्म कुंडली में राहू बुरा प्रभाव दे रहा हो अर्थात कालसर्पदोष हो, उन्हें सदैव अपने साथ मोर के पंख को रखना चाहिए.
बच्चे का जिद्दीपन दूर करने के लिए
अगर आपका बच्चा बहुत ज्यादा जिद्दी है और आपकी कभी भी कोई बात नहीं मानता है तो आप उसे रोजाना मोर के पंखे से बने पंखे से रोजाना हवा करें अथवा ऐसा नहीं होतो तो सीलिंग फैन पर ही मोर के पंख चिपका दें. आपके बच्चे का जिद्दी स्वभाव बहुत ही जल्द में अपने आप दूर हो जाएगा.