बच्चों के स्टडी रूम में इन बातों का रखें विशेष ध्यान, नहीं तो भुगतने होंगे ये अंजाम

बच्चों का स्टडी रूम यदि वास्तु शास्त्र के मुताबिक है तो मन पढ़ाई में अच्छे से लगता है. बच्चों के स्टडी रूम में इन बातों का विशेष ध्यान रखें. जैसे स्टडी रूम पश्चिम या दक्षिण दिशा में बनवाना चाहिए. स्टडी रूम का रंग हल्का हरा या इससे मिलता-जुलता हो तो अच्छा है क्योंकि बुध शिक्षा का कारक ग्रह है

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बच्चों के स्टडी रूम में इन बातों का रखें विशेष ध्यान, नहीं तो भुगतने होंगे ये अंजाम

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  • August 31, 2017 2:09 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: बच्चों का स्टडी रूम यदि वास्तु शास्त्र के मुताबिक है तो मन पढ़ाई में अच्छे से लगता है. बच्चों के स्टडी रूम में इन बातों का विशेष ध्यान रखें. जैसे स्टडी रूम पश्चिम या दक्षिण दिशा में बनवाना चाहिए. स्टडी रूम का रंग हल्का हरा या इससे मिलता-जुलता हो तो अच्छा है क्योंकि बुध शिक्षा का कारक ग्रह है. ज्योतिष के अनुसार बुध का रंग हरा है.
 
स्टडी रूम में पढने के लिए टेबल कभी भी कोने में नहीं हो ध्यान दें. टेबल हमेशा रूम के बीच में दीवार से थोड़ी हटकर ही होनी चाहिए. स्टडी टेबल पर पर्याप्त रोशनी होनी चाहिए. इस बात का ध्यान दें कि रोशनी पीछे से आनी चाहिए न की सामने से. पढ़ाई करते समय बच्चे का मुंह पूर्व या उत्तर दिशा में रहना चाहिए. इससे पढ़ाई में एकाग्रता बनी रहती है.
 
स्टडी रूम में मां सरस्वती व भगवान श्रीगणेश की तस्वीर हो तो अच्छा रहता है. ईशान कोण में पूर्व दिशा में पूजा स्थल के साथ अध्ययन कक्ष शामिल करें. यह प्रयोग आपके लिए अत्यंत ही प्रभावकारी सिद्ध होगा. इससे आपके बच्चे की बुद्धि का विकास होता है. कोई भी बात जल्दी आपके मस्तिष्क में फिट हो सकती है और मस्तिष्क पर अनावश्यक भी दबाव नहीं रहता है.

 
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इस दौरान बच्चा आलसी हो जाता है, उसका नहाने का मन नहीं करता, पढ़ने का मन नहीं करता है. उसे अंधेरे में बैठना अच्छा लगता है. अगर ऐसा कुछ आप में है तो उड़द की दाल के चार बड़े बनाकर शनिवार सुबह उसारें और उसको कौओं को खिला दें. इससे आपको फायदा मिलेगा. इसे आप सात शनिवार करें. 

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