नई दिल्ली: रात्रि मे गहरी नींद मे आने वाले सपने हमारे भविष्य का आइना है, वो हमें आने वाली ख़ुशी व मुसीबत के लिए पहले से चेतावनी देते है. जरुरत है उन्हे समझने की. शास्त्रीय मान्यता है कि रात के पहले पहर में देखे गए सपने का फल एक साल के अंदर मिलता है. दूसरे पहर में देखे गए सपने का फल छ: महीने में मिलता है. तीसरे पहर में देखे गए सपने का फल तीन महीने में मिलता है और चौथे पहर यानी सुबह देखे गए सपने का फल कुछ ही दिनों मे मिलता है.
स्वप्न के विभिन्न शुभ-अशुभ संकेत शास्त्रों में उल्लेखित हैं. इसमें कोई दो राय नहीं कि हमारे द्वारा देखा गया सपना यदि शुभ फल दे तो हमें खुशी होती है लेकिन वहीं दूसरी ओर यदि यह किसी अशुभ घटना का संकेत देता है तो हम पहले ही डर जाते हैं. कई बार संकेत तो दूर, कुछ सपने हमें उसमें देखे गए दृश्यों से ही डरा देते हैं.
हम इतना भयभीत होकर उठते हैं मानों हमारी जान जाने वाली हो. सपने में भूत, आत्मा, किसी की मौत, अपनी मौत या फिर कोई भयानक दृश्य हमें पसीने से भरी हुई हालत में नींद से उठाता है.
यदि आपको कभी भी लगे कि आपके द्वारा देखा गया स्वप्न अनिष्टकारी सिद्ध होगा, भविष्य में आपको नुकसान पहुंचाएगा, तो कुछ शास्त्रीय उपायों से आप उसके असर से बच सकते हैं. वहालांकि सपनों से जुड़े रहस्य कोई सुलझा नहीं पाया है, आज तक वैज्ञानिक भी इस गुत्थी को सुलझाने में असफल रहे हैं.
यदि उनसे नींद के दौरान सपनों के आने का कारण पूछा जाए तो वह इसे दिमाग में हो रही ‘कैमिकल इम्बैलेंसिंग’ कहते हैं. यानि कि दिमाग में मौजूद कैमिकल स्थिर नहीं हैं, इसलिए हमें सपने आते हैं.
वैज्ञानिकों के अनुसार सपनों के आने का कोई खास कारण नहीं होता और आप सपने में क्या देखते हैं इसका हमारी निजी जिंदगी से कोई संबंध नहीं होता. ना ही ये स्वप्न हमारे आने वाले समय को प्रभावित करते हैं, लेकिन हमारे शास्त्र इससे बिलकुल विपरीत तर्क देते हैं.