मियां-बीवी के बीच चाहे जितना प्यार हो, कभी न कभी तो मन में शक उठता ही है. कहीं वो किसी और को तो नहीं देखता. वैसे भी उसने एकबार कहा तो था ही कि उसके दफ्तर में बहुत सुंदर लड़कियां है.
नई दिल्ली: मियां-बीवी के बीच चाहे जितना प्यार हो, कभी न कभी तो मन में शक उठता ही है. कहीं वो किसी और को तो नहीं देखता. वैसे भी उसने एकबार कहा तो था ही कि उसके दफ्तर में बहुत सुंदर लड़कियां है.
हां आजकल वो लेट भी आता है. उसको मेरे मोबाइल का पैटर्न तो पता है पर उसने अपना पासवर्ड मुझे कभी नहीं बताया. कहीं उसका किसी और के साथ चक्कर तो नहीं चल रहा.इसी सोच से शक का बीज पनपना शुरू हो जाता है.
इस बीज को खाद-पानी देकर बड़ा करने से पहले पता करना जरूरी है कि आप जो सोच रही हैं वो सच है या सिर्फ आपके मन का वहम. अगर आपकी भी पर्सनल लाइफ में चल रही है ये प्रॉब्लम तो अपनाएं ये उपाय.