नई दिल्ली: शनिदेव पूजन किसी भी शनिवार के दिन शुरू कर सकते हैं. इस व्रत का पालन करने वाले को शनिवार के दिन प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करके शनिदेव की पूजा करनी चाहिए. शुभ संकल्पों को अपनाने के लिए ही शनिवार को शनि पूजा व उपासना बहुत ही शुभ मानी गई है.
यह दु:ख, कलह, असफलता से दूर रख सौभाग्य, सफलता व सुख लाती है. किसी भी तरह के शनि दोष से इस तरह आपको मुक्ति मिल सकती है. अगर आप शनि को प्रसन्न करना चाहते हैं तो शुक्रवार की रात काला चना पानी में भिगोएं.
शनिवार को वह काला चना, जला हुआ कोयला, हल्दी और लोहे का एक टुकड़ा लें और एक काले कपड़े में उन्हें एक साथ बांध लें. पोटली को बहते हुए पानी में फेंके जिसमें मछलियां हों. इसे प्रक्रिया को एक साल तक हर शनिवार दोहराएं. यह शनि के अशुभ प्रभाव के कारण उत्पन्न हुई बाधाओं को समाप्त कर देगा.