शारीरिक या मानसिक रूप से जब कोई किसी खास चीज पर निर्भर हो जाता है, तो उस स्थिति को अडिक्शन (लत) कहते हैं. अडिक्शन का क्षेत्र बेहद विस्तृत है, जिसमें शराब से लेकर तंबाकू, हेरोइन या दूसरे ड्रग्स सहित जुआ, सेक्स, एक ही काम करने की भूख आदि शामिल है.
नई दिल्ली: शारीरिक या मानसिक रूप से जब कोई किसी खास चीज पर निर्भर हो जाता है, तो उस स्थिति को अडिक्शन (लत) कहते हैं. अडिक्शन का क्षेत्र बेहद विस्तृत है, जिसमें शराब से लेकर तंबाकू, हेरोइन या दूसरे ड्रग्स सहित जुआ, सेक्स, एक ही काम करने की भूख आदि शामिल है, लेकिन यहां हम शराब की लत पर बात कर रहे हैं. एक्सपर्ट्स से बात करके शराब की लत से छुटकारा पाने के तरीके बता रहे हैं.
शराब की लत के शिकार लोगों को जब तक शराब न मिले, तब तक वे बेचैन रहते हैं. ऐसे लोग नशे के सेवन से पहले असामान्य रहते हैं और उसे पाने के बाद खुद को सामान्य स्थिति में पाते हैं.
यह स्थिति ऐसे लोगों को पूरी तरह बीमार बना देती है. शराब की लत एक लाइलाज बीमारी है. यह कई बहाने से शरीर में प्रवेश करती है और धीरे-धीरे जिंदगी को अपनी गिरफ्त में ले लेती है. जब यह हद से बढ़ जाती है तो मुक्ति पाने के लिए शराबी छटपटाने लगता है.