नई दिल्ली: कलयुग के देवता के तौर पर हनुमान जी की पूजा की जाती है. सप्ताह में दो दिन हनुमान जी की पूजा के लिए सर्वोतम माना जाता है. ये दो दिन होते हैं मंगलवार और शनिवार. हनुमानजी का पूजन-भजन ठीक से करना चाहिए अन्यथा देव कोप भोगना पड़ सकता है.
साधारणतया हनुमान प्रतिमा को चोला चढ़ाते हैं. हनुमानजी की कृपा प्राप्त करने के लिए मंगलवार को तथा शनि महाराज की साढ़े साती, अढैया, दशा, अंतरदशा में कष्ट कम करने के लिए शनिवार को चोला चढ़ाया जाता है.
साधारणतया मान्यता इन्ही दिनों की हैं, लेकिन दूसरे दिनों में रवि, सोम, बुध, गुरु, शुक्र को चढ़ाने का निषेध नहीं है. चोले में चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर प्रतिमा पर लेपन कर अच्छी तरह मलकर, रगड़कर चांदी या सोने का वर्क चढ़ाते हैं.